मेडिकल कॉलेज नेरचौक में मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा
नितिन कुमार। सुंदरनगर : लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक की व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है। मरीजों को जहां लंबी-लंबी लाइनों से राहत नहीं मिल रही है वहीं मेडिकल कॉलेज की एसआरएल लैब में जो टेस्ट होते है उनकी रिपोर्ट मंडी जोनल अस्पताल में भेजी जाती है। इसमें कम से कम दो दिन का समय लग जाता है।
बिना रिपोर्ट के मरीजों को डॉक्टर भी कोई दवाई नहीं लिखते है। ऐसे में परिजनों को तब तक इंतजार करना पड़ता है जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती है। यदि कहीं अगले दिन अवकाश हो तो फिर रिपोर्ट को आने में तीन से चार दिन भी लग जाते है। मरीजों के परिजनों की मांग है कि जब लैब नेरचौक में है तो उसकी रिपोर्ट भी नेरचौक में ही मिलनी चाहिए। जबकि दूसरी तरफ इन रिपोर्ट को चेक करवाने के लिए मरीजों के परिजनों को लंबी-लंबी लाइन में लगना पड़ता है। ऐसे में त्वरित इलाज किसी मरीज को नहीं मिल पा रहा है। जबकि लैब वाले हर टेस्ट का पूरा पैसा वसूलते है।
प्रदेश के इस नामी मेडिकल कॉलेज की खामियों ने इसे बदनाम कर रखा है। मेडिकल कॉलेज में लंबी-लंबी लाइनों को मैनेज करने और सुरक्षात्मक माहौल बनाने में नेरचौक मेडिकल कॉलेज में तैनात महिला और पुरुष सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा गार्ड के बजाए क्र्लक बनाकर रखा गया है। ऐसे में कई बार भीड़ बेकाबू हो जाती है।
मरीजों को परेशानी हो रही है: एमएस
एमएस डॉ.देवेंद्र ने माना कि मरीज और उनके परिजनों को मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा कि अगले 6 महीने के बाद मेडिकल कॉलेज में लैब विद रिपोर्ट का मिलना शुरू हो जाएगा। बशर्ते अगर उसके नए टेंडर समय पर जारी हो जाए। उन्होंने कहा कि आजकल मेडिकल कॉलेज में जो एसआरएल लैब चल रही है वह महज एक क्लेकशन सेंटर है जबकि रिपोर्ट उसकी मंडी के जोनल अस्पताल से ही आनी है।