खेमराज शर्मा। शिमला
हिमाचल की जयराम ठाकुर सरकार प्रदेश में बीते तीन सालों में एक भी ट्रामा सेंटर नहीं खोल पाई है। प्रदेश सरकार की ये हालत तब है जबकि एनएचएम के तहत प्रदेश के लिए तीन ट्रामा सेंटर मंजूर किए गए है। यह ट्रामा सेंटर नालागढ़, कोटखाई और ऊना के लिए मंजूर हुए हैं और यहां लेवल-3 ट्रामा सेंटर खोले जाने हैं।
इन तीनों ट्रामा सेंटरों के लिए सिविल वर्क में एक.एक करोड़ रुपए का बजट भी मंजूर किया गया है लेकिन इनमें से कोई भी ट्रामा सेंटर एक्टिव नहीं है। यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सेजल ने विधायक रोहित ठाकुर के सवाल के लिखित जवाब में कही।
उन्होंने बताया कि कोटखाई हेल्थ सेंटर में सिविल वर्क के लिए 4.54 करोड रुपए मंजूर किए गए हंै। उपकरणों के लिए 2.40 करोड़ और संचार के लिए 2.40 लाख रुपए मंजूर किए गए है। उन्होंने बताया कि कोटखाई में लेवल-3 ट्रामा सेंटर को खोलने के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। इसे जल्द लोक निर्माण विभाग को भेज दिया जाएगा। नालागढ़ में ट्रामा सेंटर के सिविल वर्क के लिए 61.95 लाख रुपए मंजूरी किए गए है।
उपकरणों की खरीद के लिए 2.40 करोड़ और संचार सुविधा के लिए 2.40 लाख रुपए मंजूर किया गया है। इसी तरह उना में ट्रामा सेंटर के सिविल वर्क के लिए 33.34 लाख रुपए, उपकरणों की खरीद के लिए 2.40 करोड़ और संचार सुविधा के लिए भी 2.40 लाख रुपए मंजूर किए गए है। उन्होंने बताया कि नालागढ़ में ट्रामा सेंटर के लिए बनाया जाने वाला ऑपरेशन थियेटर का लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। ऊना में ट्रामा सेंटर खोलने के लिए बजट जारी किए जाने का मामला सरकार के विचाराधीन है।