शिमला:
पुलिस के दक्षिणी क्षेत्र शिमला में पुलिस की सक्रियता और अपराधों के खिलाफ बरती जा रही सख्ती के चलते वर्ष 2018 के मुकाबले वर्ष 2019 में अपराधों का ग्राफ कम हुआ है। हालांकि सिरमौर, किन्नौर व पुलिस जिला बद्दी में अपराध कुछ बढ़े हैं, लेकिन शिमला और सोलन जिले में इनमें अप्रत्याशित कमी दर्ज हुई है।
इसके अलावा सड़क दुर्घटनाओं में करीब चार प्रतिशत कमी आई है और चोरी के मामले भी घटकर करीब आधे रह गए हैं।
यह जानकारी पुलिस महानिदेशक सीता राम मरड़ी ने शनिवार को दक्षिणी क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों व पुलिस अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में दक्षिणी खंड शिमला में कानून-व्यवस्था सुचारू रूप से प्रभावी रही। इस वर्ष दर्ज हुए कुल 6380 मामलों में से अधिकतर को सुलझा लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के सख्त निर्देशों पर जनता की हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के पुलिस को आदेश दिए गए हैं, भले ही शिकायत में लगाए आरोप सत्य या असत्य हैं, इसे जांच के दौरान साबित किया जाएगा। प्रत्येक संज्ञेय अपराध पर तुरंत एफआईआर दर्ज की जा रही है।
पुलिस मादक द्रव्यों को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है और नशाखोरी को रोकने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। इनमें भांग व अफीम की खेती को नष्ट करने के लिए विशेष अभियान, नशे की मांग व आपूर्ति को कम करने के लिए पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ समन्वय, युवाओं के लिए विशेष जागरूकता अभियान, नशा निवारण समितियों का थाना स्तर पर गठन के बाद अब इसे पंचायत स्तर तक बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस ने ‘ड्रग फ्री हिमाचल’ मोबाइल ऐप को लांच किया है और लोग अपनी पहचान बताए बिना इस ऐप पर नशा तस्करों या इससे संबंधित जानकारी दे सकते हैं।
अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी कमी दर्ज की गई है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस द्वारा उठाए जा रहे प्रभावी कदमों और लोगों में यातायात नियमों में आ रही जागरूकता के कारण सड़क हादसों में करीब चार प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। अंतरराज्जीय चोर गिरोहों के पकडऩे में मिली कामयाबी के बाद चोरी और गृहभेदन के मामले भी आधे हो गए हैं। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक ने जिलों में लंबित चोरी, गृहभेदन, दुराचार, हत्या इत्यादि के मामलों की समीक्षा की और संबंधित पुलिस अधिकारियों को इन मामलों को शीघ्र निपटाने के आदेश दिए।
उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि ट्रैफिक चेकिंग, वीआईपी व अन्य महत्वपूर्ण ड्यूटी के दौरान बॉडी वार्न कैमरों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग में पुलिस कर्मियों के हितों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
2018 में 6589 और 2019 में दर्ज हुए 6380 मामले
वर्ष 2018 में बद्दी में कुल 886 मामले दर्ज हुए। किन्नौर में 317, शिमला में 2911, सिरमौर में 1363 और सोलन जिला में 1112 मामले दर्ज होने पर इनकी कुल संख्या 6589 थी। वर्ष 2019 में बद्दी में 961, किन्नौर में 338, शिमला में 2674, सिरमौर में 1402 और सोलन जिला में 1005 मामलों सहित इनकी कुल संख्या 6380 रही। ऐसे में दक्षिणी खंड में कुल 209 मामले कम दर्ज हुए हैं।