खेमराज शर्मा। शिमला
हिमाचल में 15 नवंबर को सुबह 10 बजे जीवीके कंपनी के कर्मचारी सीएमओ और बीएमओ के पास एंबुलेंस की चाबियां सौंप देंगे। चिकित्सा सेवा प्रभावित न हो इसके चलते एनएचएम ने खुद व्यवस्था संभालने का फैसला लिया है। हालांकि सरकार ने एंबुलेंस चलाने के लिए बिहार की कंपनी के साथ करार किया है, लेकिन अभी एग्रीमेंट होना बाकी है। कंपनी ने कर्मचारियों को बर्खास्तगी पत्र थमा दी है। कंपनी ने कर्मचारियों को एक फॉरमेट दिया है।इसमें गाड़ी व चाबियां लिखित में रिसीविंग लेने को कहा है। इसमें रविवार को 6 बजे तक गाडिय़ां खड़ी करने की बात कही है। कंपनी का मानना है कि अवकाश के चलते सोमवार को चाबी सौंपी जानी है। सरकार का 102 एंबुलेंस चलाने का करार 14 नवंबर तक हुआ है, जबकि 108 का करार 16 नवंबर को खत्म हो जाएगा।
प्रदेश में 201४ में शुरू हुई थी 10२ एंबुलेंस सर्विस
हिमाचल में गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराई गई है। यह 14 नवंबर, 2014 को शुरू की गई। तब से लेकर अभी तक यहां पर जीवीके कंपनी इनका संचालन कर रही है। इसके अलावा 108 एंबुलेंस सर्विस 26 दिसंबर, 2010 को शुरू की गई थी। अब इस सेवा का भी 16 नवंबर को आखिरी दिन होगा।
लोगों को मिलती रहेंगी एंबुलेंस चिकित्सा सेवाएं
102 और 108 एंबुलेंस कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष पूर्ण चंद ने कहा कि प्रदेश में एंबुलेंस सेवाएं बंद नहीं होगी। पहले की तरह सेवाएं जारी रहेंगी। अगर कंपनी का सेंटर बंद होता है तो सीएमओ और बीएमओ के पास मोबाइल नंबर हैं। लोगों के संपर्क करने पर एंबुलेंस उपलब्ध होगी। कर्मचारी सरकार के साथ खड़े है।
हिमाचल में किसी भी तरह की एंबुलेंस सेवा प्रभावित नहीं होगी। 15 नवंबर को कंपनी प्रबंधक के साथ बैठक होनी है। इसमें बीच का रास्ता निकाला जाएगा, ताकि किसी को भी कोई दिक्तत न हो।
-हेमराज बैरवा, निदेशक एनएचएम मिशन