अनिल सूद। नेरवा/चौपाल
नेरवा बाजार में अतिक्रमण हटाने को लेकर लोक निर्माण विभाग और प्रशासन ने हरकत में आते हुए बड़ी कार्रवाई अंजाम दी है। उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग ने अवैध कब्जाधारकों को करीब एक माह पहले ही अवैध कब्जे हटाने संबंधी नोटिस जारी कर दिए थे, परंतु कुछ लोगों के अलावा अधिकांश लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद विभाग ने हरकत में आते हुए वीरवार शाम भठी नाला, शिहक्यार और नेरवा बाजार के कुछ भाग से अतिक्रमण हटाया। इस करवाई से अतिक्रमणकर्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है। यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही एवं कई जगह विभाग को लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा।
इन लोगों का आरोप है कि विभाग ने इस कार्रवाई में पिक एंड चूज की नीति अपनाई है। लोगों का आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर मात्र खानापूर्ति की गई है, जबकि कुछ को निशाना बनाया गया है। वहीं विभाग की इस तरह की कार्रवाई को लेकर कुछ लोग उच्च न्यायलय में जाने की बात भी कह रहे हैं। अवैध निर्माण हटाने को लेकर विभाग द्वारा दो बार की गई डिमार्केशन पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि विभाग ने दो बार जो डिमार्केशन करवाई है, वह आपस में मेल ही नहीं खाती।
पहले निशान कहीं और जगह लगाए गए थे, जबकि दूसरी बार वही निशान बदल कर दूसरी जगह लगा दिए गए है। लोक निर्माण विभाग और प्रशासन की इस कार्रवाई का जहां कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसे सही कार्रवाई करार दे रहे हंै तथा सभी अवैध कब्जे बिना किसी भेदभाव के हटाने की मांग भी कर रहे हैं।
जिन लोगों ने भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया है, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, फिर वह चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों ना हों।
-चेत सिंह, एसडीएम चौपाल