शकील कुरैशी : शिमला
छोटे से पहाड़ी राज्य में 10 लाख से ज्यादा परिवारों का स्वास्थ्य बीमा हो गया है। यानि अस्पताल में भर्ती होने पर इन परिवारों के सदस्यों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल गई है। केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना चलाई वहीं इससे आगे बढ़ते हुए जयराम सरकार ने हिमकेयर योजना दी। दोनों योजनाओं में अब तक 4 लाख से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य बीमा का फायदा मिल चुका है।
अहम बात है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा बजट में 3 साल का बीमा घोषित करने पर 80 हजार नए लोग हिमकेयर योजना से जुड़े हैं। इसमें बड़ी बात यह है कि 2 महीने में इतनी तादाद में लोग इस योजना से जुड़े जिनको आगे विपरीत परिस्थितियों में सरकार की योजना का लाभ मिलेगा। आंकड़ों पर बात करें तो आयुष्मान भारत योजना के तहत 4 लाख 31 हजार परिवार स्वास्थ्य बीमा कवर में शामिल किए गए हैं। इस योजना के तहत लोगों को प्रीमियम नहीं देना पड़ता, लेकिन बीमा कवर 5 लाख रुपये तक मिलता है। इसी तरह से हिमकेयर जो हिमाचल सरकार की योजना है में अब तक कुल 5 लाख 93 हजार परिवार जुड़ चुके हैं।
प्रदेश सरकार ने एक हजार रुपये के वार्षिक प्रीमियम में 3 साल का बीमा कवर परिवार के 5 लोगों को दिया है। बीपीएल के लिए कोई प्रीमियम नहीं है और अनुबंध कर्मचारियों, आशा वर्करों व आउटसोर्स कर्मियों को 365 रुपये वार्षिक प्रीमियम राशि चुकता करनी पड़ती है। इसके साथ पहले साल में केवल 3 महीने जनवरी से मार्च तक ही कॉर्ड बनाए जाते थे, लेकिन अब सुविधा वर्ष भर कर दी गई है। कोई भी व्यक्ति साल भर यह कॉर्ड बनवा सकता है।
किस योजना पर खर्च हुई कितनी राशि
केंद्र की आयुष्मान भारत योजना 23 सितंबर 2018 को शुरू हुई जिसके तहत 1 लाख 41 हजार लोगों को बीमा का कवर दिया गया और कुल 175 करोड़ रुपये की राशि इस पर अभी तक खर्च की जा चुकी है। वहीं हिमकेयर योजना पहली जनवरी 2019 से शुरू की गई, जिसके तहत अब तक 2 लाख 84 हजार लोगों ने लाभ लिया है जिस पर 266 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई।
250 अस्पतालों में दिया जा रहा लाभ
प्रदेश में इन सरकारी योजनाओं का लाभ लगभग 250 अस्पतालों में दिया जा रहा है। एम्स व पीजीआई समेत 100 निजी अस्पतालों को इसमें जोड़ा गया है जहां पर लोग अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। इसमें 150 सरकारी अस्पताल हैं जहां पर इसके तहत सेवाएं दी जा रही हैं। कर्मचारियों को पहले से ही इलाज पर रिइंबर्समेंट की सुविधा अस्पतालों में मिल रही है।
सरकारी योजनाओं का तेजी के साथ लाभ दिया जा रहा है। लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में यह कॉर्ड बनवा सकते हैं। अब वर्ष भर यह कार्ड बनते हैं। लोगों को हिमकेयर कॉर्ड बनवाने के बाद अस्पतालों में धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। नए प्रावधानों का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग उठा सकते हैं।
डॉ. अश्वनी कुमार शर्मा, सीईओ आयुष्मान भारत एवं हिमकेयर।