वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
हिमाचल में चार दिनों के दौरान मानसून पूरी तरह से सक्रिय बना रहेगा। मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा 26 व 27 जुलाई को बहुत भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि विज्ञान केन्द्र ने 28 व 29 जुलाई के लिए ओरेंज अलर्ट दिया गया है। उक्त अवधि के दौरान अधिकाशं स्थानों पर बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। अगामी चार दिनों के दौरान राज्य में लोगों को सतर्कता बरतने का परामर्श दिया गया है।
सोमवार को भी प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में दोपहर बाद बारिश दर्ज की गई है। जो क्रम शाम तक जारी रहा। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जगह जगह पर भूस्खलन की घटनाएं पेश आ रही है। वहीं बादलों के फटने से भी नदी नालों में जल स्तर बढ़ कर खतरे के स्थान से ऊपर बह रहा है। मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा अगामी चार दिनों के दौरान भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। अगामी दिनों में अगर भारी बारिश होती है तो प्रदेश में जनता को भारी के चलते ओर ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में जनता को ज्यादा दिक्कतें पेश आ सकती है।
हिमाचल में मानसून सक्रिय
प्रदेश में बीते 24 घटों के दौरान भी मानसून सक्रिय बना रहा। उक्त अवधि के दौरान मैदानों सहित पहाडों पर कई स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। जिला शिमला के शिलारू में 46 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। नारकंडा में 35, सुंदरनगर में 34, कोटखाई में 30, सरकाघाट में 28, नाहन व कुमारसैन में 20 और रामपुर में 22 मिलीमीटर बारिश आंकी गई है। बारिश होने से तापमान में भी गिरावट आई है।
मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला के निदेशक सुरेन्द्र पाल ने बताया कि प्रदेश में चार दिन भारी से भारी बारिश होगी। 28 व 29 जुलाई को प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश कहर बरपा सकती है। राज्य में 30 व 31 जुलाई को भी मौसम खराब बना रहेगा।
-विज्ञान केन्द्र ने दिया सचेत रहने का परामर्श
मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला द्वारा प्रदेश में जनता को अगामी चार दिनों के दौरान सावधानी बरतने का परामर्श दिया गया है। उक्त अवधि के दौरान जनता को भूस्खलन सभावित क्षेत्रों सहित नदी नालों के करीब न जाने का सुझाव दिया गया है।