वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
हिमाचल में ड्रोन से दवाइयां पहुंचाने के लिए 3 जगहों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। इसमें मंडी का जंजैहली, गाढ़ागुशैणी और बाला चौकी एरिया शामिल है। जहां पर जल्द ड्रोन से दवाइयां पहुंचाई जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को ड्रोन से दवाइयां पहुंचाने का काम शुरू करने को कह दिया है। आईटी विभाग ने भी अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर दी हैं और अगले 1 सप्ताह के भीतर इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
इस सेवा के शुरू होने के बाद संबंधित क्षेत्रों में भारी मात्रा में दवाइयों को कम समय में लोगों तक पहुंचाया जाएगा। अधिकारियों की माने तो ड्रोन में एक समय में करीब 5 किलो तक सामान को आसानी से लाया और ले जाया जा सकता है। ड्रोन से संबंधित क्षेत्रों में सीएचसी तक दवाइयों को पहुंचाया जाएगा। बाद में यहां पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी लोगों को दवाइयां उपलब्ध करवाएंगे। लोगों को दवाइयों के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक मुकेश रेपसवाल ने बताया कि जंजैहली, बालीचौकी, गाढ़ा गुशैणी में जल्द ड्रोन से दवाइयां पहुंचाने का काम शुरू किया जा रहा है। विभाग ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है।
वापसी में ब्लड सैंपल लेकर आएगा ड्रोन
दवाइयां ले जाने के बाद ड्रोन में ब्लड सैंपल को जांच के लिए लाया जाएगा। जांच के लिए ब्लड सैंपल लेने की ट्रेनिंग वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएगी। यह इस सेवा का अगला चरण होगा, इस पर भी विभाग ने काम शुरू कर दिया है। यानी स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार लाने के लिए ड्रोन तकनीक विभाग के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है।
ट्रायल रहा सफल
इस तकनीक पर काम शुरू करने से पहले स्वास्थ्य और आईटी विभाग ने तीर्थन वैली में ड्रोन से दवाइयां भेजने का ट्रायल किया था जो सफल रहा। अब विभाग जंजैहली, बालीचौकी, गाढ़ा गुशैणी में ड्रोन से दवाइयां भेजने की जल्द विधिवत शुरुआत कर रहा है।