हिमाचल दस्तक। शिमला
भाजपा के एमएलए के चालक का एक ऑडियो मंगलवार को वायरल हुआ है। इस ऑडियो में बिजली बोर्ड की चालक भर्ती को लेकर कुछ ऐसी बात कही गई है जिससे बोर्ड की चालक भर्ती विवादों में आ गई है।
ऑडियो में कहा गया है कि उसने तो घर बैठे ही पेपर दे दिया और वो क्लीयर भी हो गया। जबकि इस मामले में सामने आया है कि विधायक के इस चालक ने तो भर्ती के लिए आवेदन ही नहीं किया गया। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में यह मामला तूल पकड़ गया है जिसपर सुन्दरनगर के विधायक राकेश जमवाल ने कहा है कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की गई है जिसपर वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने बताया कि उनके चालक ने इस भर्ती के लिए आवेदन ही नहीं किया था। कुछ लोग आपस में बैठकर बातचीत कर रहे थे तो मजाकिया अंदाज में चालक ने यह बात कह डाली जिसको वहां बैठे कुछ अन्य लोगों ने रिकॉर्ड कर लिया। उन्होंने कहा कि उनके चालक ने आवेदन नहीं किया है और केवल उनको बदनाम करने के लिए इस तरह से ऑडियो वॉयरल किया गया है।
उधर बिजली बोर्ड में चालकों की यह भर्ती पहले से चर्चा में रही है। क्योंकि लगभग दो साल हो चुके हैं, यह भर्ती आयोजित नहीं की गई। कोरोना की वजह से भी इसमें देरी हुई है। फिलहाल जो भर्ती हुई है उसको लेकर वायरल ऑडियो के बाद यहां विवाद खड़ा हो गया है। इससे भर्ती प्रक्रिया पर भी सवाल उठना लाजिमी है। यहां 80 से ज्यादा चालकों की भर्तियां की जा रही हैं।