खेमराज शर्मा, शिमला
हिमाचल प्रदेश में पशुओं की बीमारी लंपी स्किन वायसर आउटऑफ कंट्रोल हो चुका है। बीमारी से किसानों के पशुओं को बचाने और मुआवजे के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है। तीन जिलों सोलन, सिरमौर और शिमला में हालात बेकाबू हो चुके हैं। सरकार के पास किसानों को मुआवजा देने के लिए पैसे नहीं है। 9 जिलों में संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है।
केंद्र को जो चिठ्ठी भेजी गई है उसमें बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों में इस बीमारी का प्रकोप तेजी से हिमाचल में बढ़ा है। रोजाना 200 से ज्यादा पालतु पशु बीमारी की वजह से दम तोड़ रहे हैं। अभी तक कुल 2309 जानवरों की मौत हो चुकी है। जबकि 55 हजार 926 जानवर इससे प्रभावित हो चुके हैं। अभी भी 5 हजार से ज्याद जानवर इससे ग्रसित है। 9 जिलों में यह वायरस फैल चुका है।
हिमाचल की तरह अन्य सात राज्यों में भी इस बीमारी का प्रकोप बढ़ा है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में यह बीमारी पशुओं को काल का ग्रास बना रही है। ऐसे में राज्य ने केंद्र से मांग की है कि इन राज्यों की तरह हिमाचल को भी एसडीआरएफ के तहत बीमारी की रोकथान व मुआवजे के लिए अतिरिक्त वित्तिय लाभ मुहैया करवाया जाए।
जानवरों में फैल रही लंपी स्किन बीमारी को लेकर केंद्र को चिठ्ठी लिखी गई है। केंद्र से आर्थिक तौर पर मदद मांगी गई है, ताकि इस बीमारी से मरने वाले पालतु जानवरों के मालिकों को मुआवजा दिया जा सके।
सुदेश कुमार मोख्टा, निदेश, राज्य आपदा प्रबंधन।