हिमाचल दस्तक ब्यूूरो। शिमला
हिमाचल में कोरोना के मामले बढऩे के बाद फिर से डेडिकेटिड कोविड केयर अस्पतालों को खोलना पड़ा है। वीरवार को स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने डीसी, एसपी और सीएमओ के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर हालात का जायजा लिया। इसके बाद कांगड़ा के धर्मशाला, ऊना के हरोली और सिरमौर के सराहां स्थित कोविड अस्पतालों को फिर शुरू करने को कहा गया।
इसके अलावा तीन मेकशिफ्ट अस्पताल आईजीएमसी, टांडा और नालागढ़ में कोरोना के लिए आपरेशनल होंगे। नालागढ़ के लिए अतिरिक्त डाक्टरों की तैनाती भी की गई है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लाने के लिए तैनात की गई एंबुलेंस भी दोबारा लगाने के आदेश हुए हैं।
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलों को टेस्ट, ट्रेस एंड ट्रीट के फार्मूले पर काम करते हुए बुखार और फ्लू पीडि़त हर व्यक्ति का टेस्ट करने के आदेश दिये। लोगों से भी अपील की गई कि जिनको भी बुखार है, वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सूचना देकर अपना टेस्ट करवाएं। साथ ही कांटे्रक्ट ट्रेसिंग को विस्तृत रूप से करने और पॉजीटिव आने के 48 घंटे के भीतर ट्रेसिंग पूरी करने के निर्देश दिये।
स्वास्थ्य सचिव ने आरटीपीसीआर सैंपल कम करने वाले जिलों मंडी, बिलासपुर, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल को हिदायत दी कि इस सैंपलिंग को बढ़ाया जाए। ज्यादा संक्रमित मामले मिलने वाले जिलों ऊना, सोलन, कांगड़ा और हमीरपुर के उपायुक्तों को इसकी समीक्षा करने का कहा गया ताकि कारणों का पता चल सके।
सरकार ने सभी जिलों को होम आइसोलेशन पर रखे गए मरीजों की निगरानी पर जोर देने को कहा। जिलाधीशों को ये सुनिश्चित करने को कहा गया कि स्वास्थ्य, आयुर्वेद, महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज विभाग मिलकर काम करें। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों को अलर्ट करने की जरूरत बैठक में जताई गई।
केस आने पर 14 दिन के लिए कंटेनमेंट जोन एकदम बनाने और जहां लोग नियमों का उल्लंघन करें वहां कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये गये। सरकार ने कोविड के दौरान अस्पतालों में तैनात किये गए करीब 400 आउटसोर्स कर्मचारियों को भी केस बढऩे के बाद 30 जून तक एक्सटेंशन दे दी है।