धर्म चंद वर्मा। मंडी
कोरोना संकट के दौरान हिमाचल सरकार की वित्तीय मदद मंडी जिला के बागवानों के लिए वरदान साबित हुई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोरोना के कठिन हालात को देखते हुए बागवानों की आर्थिकी को जरूरी सहारा देने के लिए दी गई इस सरकारी मदद से जिला के बागवान बेहद खुश हैं।
बता दें कि सरकार ने कोरोनाकाल में जिला में फूल उत्पादकों को हुए नुकसान की भरपाई और फल उत्पादकों को अपनी फसल बचाने के लिए करीब 7 करोड़ रुपये की सहायता दी है।
बागवानी विभाग मंडी के उपनिदेशक डॉ. सुशील अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का इस ओर विशेष ध्यान है कि कोरोनाकाल में बागवानों को किसी प्रकार का आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े, इस उद्देश्य से बागवानों को अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। अब तक 800 से अधिक बागवान लाभान्वित हो चुके हैं।
डॉ. सुशील अवस्थी ने बताया कि मंडी जिला में काफी संख्या में किसान फूलों की खेती करते हैं। कोरोनाकाल में उन्हें अपने उत्पाद को मंडियों तक ले जाने में दिक्कत तथा बेहतर दाम न मिलने के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। प्रदेश सरकार ने बागवानी विभाग के माध्यम से बीते साल जिला के 224 फूल उत्पादकों को 87 लाख 75 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है।
उन्होंने बताया कि जिला में सेब तथा गुठलीदार फल जैसे आम, लीची इत्यादि का भी उत्पादन किया जाता है। हर वर्ष ओलावृष्टि के कारण बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने जिला के 584 बागवानों को ओला अवरोधक जाली लगाने के लिए 5 करोड़ 94 लाख रुपये अनुदान राशि के उपलब्ध करवाई है।
गोहर की ग्राम पंचायत बासा के समलाह गांव के युवा बागवान देवेंद्र कुमार ने कहा कि ग्रैजुएशन पूरी करने के बाद से ही वे फूलों की खेती के कारोबार में लगे हैं। सरकार के बागवानी विभाग की ओर से समय-समय पर मदद और तकनीकी मार्गदर्शन मिलता रहता है। वे सालाना 8 से 10 लाख रुपये कमाई कर रहे हैं, जिससे घर-परिवार की अच्छे से गुजर-बसर चल रही थी, लेकिन कोरोना के चलते पिछले साल लॉकडाउन के कारण उन्हें कारोबार में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
ऐसे में हिमाचल सरकार ने हाथ थामे रखा और मुआवजा देकर बड़ी सहायता दी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है। वहीं, ओला अवरोधक जाली लगाने को मिली सहायता के लिए भी बागवानों ने एकस्वर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया है।