हिमाचल दस्तक, ललित ठाकुर। पधर
हिम आंचल पेंशनर कल्याण संघ द्रंग खंड इकाई ने वन विश्राम गृह द्रंग में आयोजित अपनी मासिक बैठक में पेन्शनरों की जायज मांगों को लंबे समय से अनदेखा करने पर जय राम सरकार को आड़े हाथ लिया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रधान एमसी चौहान ने कहा कि पेन्शनर कल्याण संघ की करीब दस सूत्रीय मांग प्रदेश सरकार के ध्यानार्थ लंबित पड़ी है। संघ की जायज मांगों को स्वीकार करने के लिए प्रदेश की जय राम सरकार बार बार गुहार लगाने पर भी कोई पुकार नहीं सुन रही है। सरकार की अनदेखी से प्रदेश भर के हजारों पेन्शनरों में सरकार की कार्यप्रणाली के प्रति रोष है।
उन्होंने संघ की मांगों का हवाला देते हुए सरकार से फिर से गुहार लगाई है कि संघ की मांगों को अब अनदेखा न करते हुए जायज मांगों को शीघ्र सिरे चढ़ाने की नोटिफिकेशन जारी की जाए। मांग की है कि 60-70-75 वर्ष की आयु पार करने पर 5-10-15 फीसदी देय भते को पेन्शनरों के मूल वेतन में मर्ज करके अदायगी की जाए। चिकित्सा भता 1000 रूपए मासिक और देय चिकित्सा बिलों के भुगतान को सभी विभागों को बजट उपलब्ध करवाया जाए।
एलटीसी की सुविधा के लिए हर दो वर्ष के बाद एक महीने की अतिरिक्त पेन्शन पेन्शनरों को दी जाए। पैन्शनरों के आश्रितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण और करुणामूलक आधार पर नौकरी को बहाल करने की भी मांग उठाई। पेन्शनरों को भूतपूर्व सैनिकों की भांति वन रैंक वन पैन्शन का लाभ प्रदान और बंद की गई पुरानी पैन्शन योजना को कर्मचारियों के भविष्य को देखते हुए शीघ्र बहाल किया जाए।
हिमाचल पथ परिवहन निगम और विद्युत बोर्ड के पेन्शनरों को आइआर और डीए की बकाया राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए। बैठक में सतीश शर्मा, खजाना राम ठाकुर, भगत राम ठाकुर, नंद लाल, नरेंद्र कुमार, मनोज कुमार, भादर सिंह, तुलसी राम, पृथी चंद, कशमीर राज, मोहन सिंह, गोकल चंद, भाग चंद, गुलजारी लाल, ढमेश्वर शर्मा, विमल कुमार, खूब राम सहित सभी सदस्यों ने भाग लिया। बैठक की जानकारी संघ के महासचिव कुमार चंद नेगी ने दी।
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