- आखिर कहां है आपदा प्रबंधन
- दावों के बावजूद समय पर नहीं होते बचाव कार्य
शकील कुरैशी। शिमला
हिमाचल प्रदेश में साल दर साल हादसे हो रहे हैं। सोमवार को सैंज घाटी में बस हादसा हुआ जिसमें कई बच्चों की जान चली गई। हर बार हादसे के वक्त सवाल यही उठता है कि आखिर आपदा प्रबंधन कहां हैं। बेशक हिमाचल को एनडीआरएफ की बटालियन भी मिल चुकी है मगर अभी भी कमियां साफ दिखाई दे रही हैं। प्रशासन दावे तो बड़े-बड़े करता है मगर सच्चाई यह है कि कहीं पर कोई हादसा हो तो मौके पर प्रशासन देरी से पहुंचता है। यानि देरी से बचाव कार्य शुरू होते हैं और ऐसे में कई लोगों की जान चली जाती है। इसमें किस तरह से सुधार किया जाए यह बड़ा सवाल है।
आपदा प्रबंधन के लिए राज्य सरकार ने अलग से विभाग बना रखा है मगर वो विभाग केवल आधा दर्जन लोगों के सहारे पर है। बरसात से पहले तैयारियां करने के लिए बैठकें की जाती हैं और केवल निर्देश मिलते हैं। मौके पर जब जरूरत होती है तो समय पर कार्रवाई नहीं होती जिससे हादसा बड़ा रूप ले लेता है। सैंज हादसे में भी एक बार फिर से आपदा प्रबंधन पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।