हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में ही होगा। उनका पीजीआई में बीमारी से लम्बी लड़ाई के बाद सुबह निधन हो गया था। डीसी शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि परिवार की इच्छा के अनुरूप एसडीएम ठियोग कोविड प्रोटोकोल के अनुसार सारे इंतजाम कर रहे हैं और बरागटा के पार्थिव शरीर को उनके गांव लाया जा रहा है। दूसरी ओर उनके दुखद निधन के कारण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अभी चंडीगढ़ में ही हैं और इस कारण कैबिनेट की बैठक भी लेट हो जाएगी। सुबह 11:00 बजे कैबिनेट की बैठक होटल पीटरहॉफ में बुलाई गई थी। लेकिन अब इसमें देरी होना संभावित है। कैबिनेट अब कुछ महत्वपूर्ण मसलों पर ही बात करेगी और नरेंद्र बरागटा के लिए शोक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा नरेंद्र बरागटा के दुखद निधन के बाद भाजपा ने अपने सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। महामंत्री त्रिलोक जमवाल की ओर से बताया गया है कि पार्टी के सारे कार्यक्रम आगामी आदेशों तक स्थगित रहेंगे।
शिमला से एक बार और जुब्बल कोटखाई से दो बार जीते थे बरागटा
नरेंद्र बरागटा एक वक्त शिमला में भाजपा का अकेला चेहरा होते थे। वह 1998 में सबसे पहले शिमला शहर से चुनाव जीते और धूमल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। तब वह स्वतंत्र प्रभार के बागवानी राज्य मंत्री थे। इसके बाद 2007 और 2017 का चुनाव वह जुब्बल कोटखाई से जीते। हालांकि इस बार चुनाव जीतने के बाद वह कैबिनेट मंत्री नहीं बन पाए थे, क्योंकि शिमला से सुरेश भारद्वाज को कैबिनेट में एंट्री मिल गई थी। लेकिन इसके बाद पार्टी ने उन्हें चीफ चीफ व्हिप बनाकर सचिवालय में मंत्री के जैसा ही दफ्तर और स्टाफ दिया था।