फसल विविधिकरण के नए प्रयोगों के लिए आईसीआर ने नवाजा , विभाग के 4 प्रोजेक्टों को आंका किसान की आय बढ़ाने वाला
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : हिमाचल को नई दिल्ली में बेस्ट हार्टिकल्चर स्टेट अवार्ड से नवाजा गया है। ये अवॉर्ड बागवानी क्षेत्र में फसल विविधिकरण के लिए उठाए गए नए कदमों के लिए दिया गया है। डायरेक्टर जनरल आईसीएसआर यानी इंडियन काउंसिल फोर साइंटिफिक रिसर्च ने चार मुख्य प्रोजेक्टों के लिए हिमाचल को बेस्ट स्टेट अवार्ड दिया।
ये आयोजन इंडियन एग्रीकल्चर एंड फूड एसोसिएशन ने करवाया था। बागवानी विभाग ने पिछले दो साल में नई परियोजनाएं किसान-बागवानों के लिए लाई हैं। इन 4 प्रोजेक्टों को आईसीएसआर ने किसान की आय बढ़ाने वाला माना है। इन प्रोजेक्टों मेें पुष्प क्रांति योजना, मुख्यमंत्री मधु विकास योजना, खुंभ विकास परियोजना और हिमाचल प्रदेश सब ट्रापिकल हार्टिकल्चर इरीगेशन एंड वेल्यू एडिशन प्रोजेक्ट यानी एचपी शिवा परियोजना शामिल है। इस प्रोजेक्ट का पहला चरण ही 1000 करोड़ का होगा। जबकि कुल लागत 1688 करोड़ है। इसमें निचले हिमाचल में उगाए जाने वाले फलों की बागवानी होगी। इससे पहले राज्य में बागवानी का फोकस केवल सेब आधारित ही रहा है।
सेब के लिए हालांकि अलग से 1134 करोड़ का हिमाचल प्रदेश हार्टिकल्चर डेवल्पमेंट प्रोजेक्ट वल्र्ड बैंक के सहयोग से चल रहा है। ये पहली बार है कि सब ट्रोपिकल रीजन यानी मैदानी जिलों में बागवानी के लिए एक वृहद योजना बनी है। बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन में बजट के माध्यम से शुरू की गई नई योजनाओं को भारत सरकार ने सराहा है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी ये प्रोजेक्ट बनाने में मेहनत की। हमारी कोशिश को भारत सरकार ने समझा और सहयोग दिया। राज्य सरकार का मकसद सब ट्रापिकल क्षेत्र में बागवानी गतिविधियों को बढ़ाना है।