हिमाचल दस्तक ब्यूरो। नाहन
लॉकडाउन के लंबे अंतराल के बाद हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच अब अपनी मासिक बैठकों का दौर शुरू करने जा रहा है। इस बाबत जानकारी देते हुए कल्याण मंच के प्रधान राजेंद्र कुमार पाहवा ने बताया कि हर माह 10 तारीख को होने वाली बैठक जुलाई माह से शुरू कर दी गई है। उन्होंने समस्त सेवानिवृत्त कर्मचारियों से आह्वान करते हुए कहा कि वह 10 जुलाई को होने वाली बैठक में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
उन्होंने सरकार के प्रति निराशा प्रकट करते हुए कहा कि एचआरटीसी का सेवानिवृत्त कर्मचारी बड़े ही मायूस दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि रिटायर्ड कर्मियों की पेंशन 2 से 3 महीने तक लेट आती है। उन्होंने सरकार से मांग करी है कि पेंशन की डेट फिक्स की जाए और इस समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए।
राजेंद्र कुमार ने बताया कि 2017 से सेवानिवृत्त एचआरटीसी कर्मचारियों के मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। हालांकि उनकी लंबी मांग के बाद 2019-2021 का भुगतान देने की बात कही गई है, मगर 2018 का मेडिकल बिल का भुगतान कहां गया इस पर उन्होंने सवालिया निशान लगाया है।
राजेंद्र कुमार का यह भी कहना है कि जो भुगतान देने की बात सरकार कर रही है उसमें भी किस महीने का उल्लेख है इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि मेडिकल बिल को लेकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है। एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि 2015 जुलाई से आज तक डीए एरियर का जो बकाया था, उसका भुगतान भी नहीं किया गया है।
यही नहीं आईआर का एरियर भी सरकार के द्वारा अभी तक नहीं दिलवाया गया है। राजेंद्र कुमार का कहना है कि एचआरटीसी कर्मियों ने रात दिन सरकार की सेवा करी है, मगर मौजूदा समय सबसे ज्यादा उत्पीड़न भी इस विभाग से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों का हो रहा है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में पेंशन सही समय पर ना मिल पाने के कारण कई लोगों को तो फाके भी करने पड़े हैं।
हालात तो ऐसे हो गए हैं कि राशन की दुकान वाला भी उधार राशन देने से मना करता है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन और उनके मेडिकल बिल्वादि का भुगतान सही समय पर हो, ताकि उनका बुढ़ापे का समय चैन से कट सके।