हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शांता कुमार (Shanta Kumar) आज अपना 89वां जन्मदिन मना रहे हैं। शांता कुमार सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। शांता कुमार सक्रिय राजनीति से सन्यास ले चुके हैं।लेकिन आज भी प्रदेश की राजनीति में शांता कुमार का दबदबा है. प्रदेश भर के नेताओं का एक बड़ा तबका आज भी शांता कुमार के पास हाजरी भरता है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी कांगड़ा या पालमपुर के दौरे के दौरान शांता कुमार (Shanta Kumar) से मिलने जरुर पहुचते है. अभी कुछ दिन पहले तो भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल आए थे तो वह भी शांता कुमार (Shanta Kumar) से मिलने उनके पालमपुर स्थित आवास यामिनी में पहुंचे थे।
शांता कुमार का जन्म 12 सितंबर 1934 को हुआ है उन्होंने अपने राजनीतिक सफ़र की शुरुआत पंचायत गढ़जमूला से पंच निर्वाचित होकर की ही.
शांता कुमार (Shanta Kumar) 1977 से 1980 तक पहली बार जनता दल से मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद दूसरी बार 1990 से 1992 तक दोबारा प्रदेश की कमान संभाली। इसके अलावा 1989 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। इसके बाद 1998 व 1999 से 2004 तक तीसरी बार और 2014 से 2019 तक चौथी बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए। 2019 के बाद शांता कुमार ने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया।
शांता कुमार पानी वाले मुख्यमंत्री
शांता कुमार (Shanta Kumar) को प्रदेश में पानी वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाना जाता है। पेयजल को लेकर जो लोगों की दिक्कत थी इन्होंने इसे बखूबी समझा और उसके निवारण के लिए कदम उठाए व हर घर को शुद्ध पेयजल पहुंचाने का प्रयास किया।