अमित सूद। जोगिंद्रनगर
वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते जोगिंद्रनगर उपमंडल की ही बात करें तो अब तक लगभग 450 लोगों ने होम आइसोलेशन में रहकर ही कोरोना से जंग जीतने में कामयाबी हासिल कर ली है।
होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना संक्रमित व्यक्ति न केवल सरकार द्वारा समय-समय पर जारी हिदायतों की सख्ती से अनुपालना कर रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग की टीमें नियमित तौर पर निगरानी करने में जुटी हुई हैं। इसी का ही नतीजा है कि अकेले जोगिंद्रनगर उपमंडल में ही लगभग 450 लोग कोरोना को हराकर स्वस्थ हो चुके हैं।
होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हो चुके जोगिंद्रनगर निवासी अश्वनी सूद से बातचीत की तो उनका कहना है कि जैसे ही उन्हें कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई वह एकदम घर में ही आइसोलेट हो गए। इस बीच न केवल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उनका दूरभाष के माध्यम से नियमित तौर पर हालचाल पूछते रहे, बल्कि जरूरत पडऩे पर उनका मार्गदर्शन भी करते रहे।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशानुसार वह नियमित तौर न केवल दी गई दवाइयों का सेवन करते रहे, बल्कि आयुर्वेद विभाग के आयुष काढ़े का भी नियमित सेवन जारी रखा। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से वे घबराएं नहीं, बल्कि सकारात्मक रहकर इसका मुकाबला करें। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित बनाएं।
इसी तरह जोगिंद्रनगर निवासी शिवम शर्मा से बातचीत की तो इनका भी कहना है कि उनके साथ-साथ उनके माता-पिता भी पिछले 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होते ही वह तुरंत घर में ही आइसोलेट हो गए। इस बीच स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता नियमित तौर पर निगरानी करती रहीं तथा जरूरत पडऩे पर डॉक्टरों से आवश्यक परामर्श भी लेते रहे।
उनका कहना है कि उनकी माता को सांस लेने में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा, लेकिन घर में ही ऑक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर की सुविधा जुटाकर इलाज जारी रहा। अब वे बिलकुल स्वस्थ हो चुके हैं बावजूद इसके वे अभी भी अनावश्यक तौर पर घर से बाहर नहीं निकलते हैं। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित लोगों से अपील की है कि वे भी प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाएं। इससे न केवल वे स्वयं सुरक्षित रहेंगे, बल्कि उनका परिवार तथा समाज भी कोरोना संक्रमण से बचा रहेगा।