शिमला:
हिमाचल प्रदेश में बहुचर्चित पटवारी की परीक्षा में हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब सीबीआई जांच करेगी। सीबीआई फरवरी माह के पहले हफ्ते में परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर देगी। बताया जा रहा है कि सीबीआई पहले लैंड रिकॉर्ड निदेशालय से रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेगी, फिर जांच शुरू की जाएगी।
सबसे पहले इस बात की जांच की जाएगी कि पटवारी की परीक्षा में जेबीटी के 45 प्रश्न कैसे आए? ऐसे में पेपर सेट करने वाली कमेटी पर भी गाज गिरने की संभावना है। गौर रहे कि पिछले वर्ष आयोजित की गई पटवारी की परीक्षा में 45 प्रश्न ऐसे डाले गए थे, जो कि जेबीटी पेपर में भी पूछे गए थे।
पटवारी की परीक्षा में इन प्रश्नों के आने के बाद पटवारी की परीक्षा पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। हालांकि सरकार की ओर से इस परीक्षा में किसी भी तरह के फर्जीवाड़े से इनकार किया जा रहा था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए पटवारी भर्ती पर रोक लगा दी थी।
ऐसे में सीबीआई की ओर से पटवारी की परीक्षा में बरती गई अनियमितताओं की जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि सीबीआई की पहली प्राथमिकता पटवारी के पेपर में डाले गए जेबीटी के प्रश्नों की जांच करना है। गौर रहे कि सीबीआई को 8 अप्रैल तक जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी है।
पटवारी परीक्षा याचिकाकर्ताओं का यह था आरोप
उच्च न्यायालय में दायर याचिका में याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि परीक्षा केंद्रों में बदइंतजामी के चलते सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। 1194 पदों के लिए पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा पिछले साल 17 नंवबर को आयोजित की गई थी। परीक्षा में करीब पौने 3 लाख अभ्यर्थी बैठे थे। पटवारी भर्ती परीक्षा में कुल 150 प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा के दिन पहले प्रश्न पत्र बांटने में ही देरी हुई थी। उसके बाद प्रश्न पत्र पर भी सवाल उठे थे।