शकील कुरैशी : शिमला
बजट पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर जमकर वार किए। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सीधे-सीधे घेरते हुए कहा कि वे जेंटलमैन से स्ट्रांगमैन कैसे बन गए, जो आज कर्मचारियों को ललकार रहे हैं।कर्मचारियों के पे कमीशन की विसंगति को दूर करने की बात तो दूर बजट में आउटसोर्स और ओपीएस के मुद्दे पर भी कुछ नहीं कहा गया। ओपीएस पर मुख्य सचिव ने बाद में चिट दी, जबकि बजट में कुछ नहीं लिखा। उन्होंने कहा कि आक्रोश और आंदोलन जयराम सरकार ने अपना आखिरी बजट लाया है।
शनिवार को सदन में अगले वित्त वर्ष के बजट पर चर्चा शुरू हुई और चर्चा की शुरुआत विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने की। मुकेश ने सरकार पर कई आरोप लगाए और बीच-बीच में सीएम को उकसाते भी रहे। हालांकि बीच में माहौल में कुछ गर्माहट भी आई मगर फिर मामला शांत हो गया। मुकेश ने कहा कि माइनस 6.2 फीसदी पर चल रही नेगेटिव ग्रोथ को आखिर इस बजट में 8.3 फीसदी तक कैसे पहुंचा दिया गया यह समझ से परे है। मुख्यमंत्री के पास ऐसी कौन सी जादू की छड़ी है, जिससे अचानक ग्रोथ आ गई।
जलजीवन मिशन के तहत 2800 करोड़ रुपये के टेंडर घोटाले का आरोप
विपक्ष के नेता ने कहा कि सरकार बजट में एक तरफ 60 साल से ऊपर के 4 लाख से ज्यादा लोगों को पेंशन देने का एलान कर रही है और दूसरी तरफ बजट बुक में ही 40 हजार का कैब यानी सीलिंग पेंशन पर लगा रही है। अधिकारी इस तरह से गुमराह कर रहे हैं। वही 65 साल से ऊपर वालों के लिए भी तीन स्लैब बना दिए आखिर ऐसा क्यों किया गया। उन्होंने कैब हटाने की मांग सरकार से की है।
उन्होंने सरकार पर टूरिज्म की संपत्तियां बेचने और कानून व्यवस्था की स्थिति को खराब करने का आरोप लगाया। जलजीवन मिशन में उन्होंने 2800 करोड़ के टेंडर घोटाले का भी आरोप जड़ा और कहा कि सिराज को 121 करोड़ की जलापूर्ति योजना व धर्मपुर को 147 करोड़ की योजना दी गई शेष किसी क्षेत्र को नहीं पूछा जा रहा।
जोइया मामा मणदा नईं
चर्चा के बीच में मजाकिया अंदाज में मुकेश ने एक गाने का जिक्र किया जो आजकल काफी चर्चा में है। उन्होंने कहा कि जोइया मामा मणदा नईं, कर्मचारियां री शुणदा नईं। इसपर विपक्ष के विधायकों ने खूब ठहाके लगाए। उन्होंने शेयरों का दौर भी जारी रखा।
बजट में संसाधन जुटाने का जिक्र नहीं
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बजट में संसाधन जुटाने का का कोई जिक्र नहीं है। प्रदेश पर 63 हजार 200 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसे छिपाया जा रहा है। इस पर सरकार 31 मार्च से पहले 6276 करोड़ रुपये का और कर्ज लेगी, जिससे प्रदेश का कुल कर्जा 70 हजार करोड़ रुपये से ऊपर का हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फाइनांशियल लाइबिलिटी के लिए प्रदेश के लोग जयराम सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि बजट में पिछले साल विकास के लिए 45 फीसदी पैसा था, लेकिन इस बार केवल 29 फीसदी। पहले भाजपा को महंगाई डायन लगती थी, लेकिन अब यही महंगाई इनकी मौसी हो गई है।
बेरोजगारों से धोखा कर रही सरकार
मुकेश ने कहा कि सरकार बेरोजगारों से धोखा कर रही है। 30 हजार नौकरियों का कोई ब्रेकअप नहीं दिया गया है, जिससे साफ है कि चिटों पर नौकरी का इरादा है। उन्होंने कहा कि मेधावी बच्चों को अभी तक तीन साल से लैपटॉप नहीं दिए। सत्ता में आने से पहले 65 हजार करोड़ के 69 एनएच घोषित किए थे वो कहां है। उन्होंने पूछा कि प्रभावितों को फैक्टर टू का मुआवजा अब तक क्यों नहीं दिया गया। ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को उन्होंने मुंगेरी लाल के हसीन सपनों जैसा बताया और कहा कि मंडी के लिए सीएम ने कुछ नहीं किया।