चंद्र ठाकुर। नाहन
हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा एक जुलाई से प्रदेश में अंतरराज्यीय बस सेवाएं शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में निगम के नाहन डिपो से भी वीरवार को लंबें रूटों पर बस सेवाएं शुरू हुई।
शुरूआत दौर में नाहन डिपो ने वीरवार को 8 लांग रूटों पर बसें भेजी। कोरोना नियमों का पालन करते हुए बसों को सेनिटाइज करने के बाद 50 फीसदी क्षमता को लेकर बस सेवा शुरू की गई। गौरतलब है कि नाहन डिपो के अधिकतर लांग रूट कमाऊ पूत साबित होते हैं। ऐसे में इन रुटों के शुरू होने से डिपों की अब अच्छी आदमनी होने की उम्मीद हैं। हालांकि अभी 50 फीसदी सवारियों को बिठाने के निर्देश दिए गए हैं, बावजूद इसके निगम को अच्छी कमाई होने की उम्मीद है।
तकरीबन डेढ़ माह बाद अंतरराज्यीय रूटों पर परिवहन निगम ने बसों का संचालन होने पहले दिन नाहन से बसों को कम ही सवारियां मिलीं। फिर भी 50 फीसदी क्षमता के साथ सवारियों को बस में बिठाया गया। बसों में सवारियों के बीच सामाजिक दूरी का ख्याल रखा गया। कई लोगों में बसों की टाइमिंग को लेकर असमंजस बना रहा तो कई लोग रूट पर बस सेवा के संचालन की जानकारी के अभाव में बस नहीं ले पाए। बता दें कि नाहन डिपो में 159 बस रूट हैं। हालांकि, अभी सभी रूटों पर बस सेवाएं सामान्य नहीं हो पाई हैं। घाटे वाले रूटों पर निगम फिलहाल बसें नहीं चला रहा है।
इन लांग रूटों पर दौड़ी निगम की बसें
वीरवार को नाहन डिपो ने देहरादून-धर्मशाला, देहरादून-मनाली, देहरादून-बैजनाथ, शिमला-हरिद्वार, शिमला-देहरादून, नाहन-धर्मशाला, नाहन-परवाणु वाया माजरी और नाहन-सहारपुर रूटों पर बसें भेजी। लंबे रूटों पर सेवाएं शुरू होने से निगम प्रबंधन को भी आय में बढ़ोतरी की उम्मीद है। पिछले लंबे समय से नाहन डिपो की आय पर सीधा प्रभाव पड़ा है। कई स्थानीय रूटों पर भी अब स्थिति सुधरने लगी है।
नाहन डिपो के अड्डा प्रभारी नाहन एवं निरीक्षक सुखराम ने बताया कि सभी लंबे रूटों पर बस सेवा शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि पहले दिन 8 लांग रूटों पर बसें भेजी गई है। पहले दिन बसों को कम सवारियां मिली हैं। बस सेवा नियमित शुरू होने से बसों में सवारियां बढऩे से निगम की आय सुधरेगी।