तुलसी देवी का परिवार हुआ बेघर
हिमाचल दस्तक, भूपेंद्र ठाकुर। सोलन
सलोगड़ा पंचायत के तहत आने वाले घलोत गांव में पहाड़ी से एक मकान पर भारी-भरकम चट्टानें गिर गई। इस घटना में एक गऊशाला, पक्का मकान और पानी का टैंक क्षतिग्रस्त हुआ है। चट्टानें गिरने की वजह से करीब बीस लाख रुपए का नुकसान स्थानीय परिवार को हो चुका है। बताया जा रहा है कि अभी भी पहाड़ी से चट्टानें गिरने का खतरा बना हुआ है, जिसके बाद मकान में रह रहे लोगों ने मकान को खाली कर दिया है।
जानकारी के अनुसार घलोत गांव की रहने वाली तुलसी देवी देखते ही देखते बेघर हो गई। तुलसी देवी घलोत में अपने बेटे, बहु और पोते के साथ रहती है। शनिवार को अचानक साथ लगती पहाड़ी दरकनी शुरु हो गई। पहाड़ी से एक के बाद एक बड़ी चट्टानें मकान और गऊशाला पर गिरने लगी। इस घटना के दौरान कुछ सदस्य घर में ही थे और उन्होंने बड़ी मुश्किल से बाहर निकल कर अपनी जान बचाई। हालांकि परिवार के किसी सदस्य को चोटें नहीं लगी है, लेकिन निजी संपत्ति को काफी अधिक नुकसान हुआ है।
चट्टानें गिरने की वजह से गऊशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि इसी के साथ एक पानी का टैंक बना था, जो पूरी तरह से नष्ट हो गया। तुलसी देवी चार कमरों वाली पक्के मकान में रहती थी। चट्टानें गिरने के कारण मकान में भी दरारें आ चुकी है। अब इस मकान में रहना किसी खतरे से खाली नहीं है। इसलिए तुलसी व उसकी परिवार अब इस मकान में रहने से डर रहा है।
आशंका जताई जा रही है कि पहाड़ी से अभी भी पत्थर खिसकने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकता है। यही वजह है कि तुलसी देवी के परिवार ने इस मकान को खाली कर दिया है। पूरे परिवार ने शनिवार की रात खुले आसमान तले काटी है। तुलसी देवी ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसे मुआवजा राशि प्रदान की जाए, ताकि वह अपने लिए नए मकान का निर्माण कर सके।