नई दिल्ली: दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने सोमवार को संन्यास लेने के संकेत देते हुए कहा कि वह अब अपना करियर पूरा कर लिया है और अब एक साल से ज्यादा नहीं खेलना चाहते हैं। कई शीर्ष खिलाड़ियों के इस्लामाबाद जाने से इन्कार करने के बाद पेस को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के लिए भारत की डेविस कप टीम में चुना गया।
इस 46 वर्षीय खिलाड़ी ने डेविस कप में 44वां युगल मैच जीतकर खुद के रिकार्ड में सुधार किया। भारत ने इस मुकाबले में पाकिस्तान को 4-0 से हराया। पेस ने पत्रकारों से कहा, अब मैं अपने अनुभव के दम पर जीत दर्ज करता हूं लेकिन टीम के हितों को देखते हुए मुझे एक साल से अधिक नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं लंबे समय तक नहीं खेलूंगा। मैंने डेविस कप में 30 साल का शानदार समय बिताया। मैंने अपना करियर देश के लिए खेलते हुए बिताया है। पेस ने हालांकि अगर जरूरत पड़ी तो वह देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा, अगर मुझे किसी मुकाबले के लिए बुलाया जाता है तो कैसी भी परिस्थितियां हों मैं देश का प्रतिनिधित्व करूंगा।
अटलांटा ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय टेनिस का अभी मुख्य उद्देश्य अभी नई और युवा टीम तैयार करना होना चाहिए। पेस ने कहा, मैं 46 साल का हो चुका हूं और मेरी जगह अब नई पीढ़ी को लेनी चाहिए। इसलिए वास्तव में इसे उद्देश्यपरक रूप में देखना चाहिए। युवा टीम तैयार करना महत्वपूर्ण है। कुल 18 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पेस ने कहा कि उनकी भविष्य की योजनाओं में युवाओं को कोचिंग देना भी शामिल है।
उन्होंने कहा, मेरा ध्यान वास्तव में इस मुकाबले पर था। मुझे युवाओं को प्रेरित करना था। अब मैं अपने 2020 के सत्र के बारे में सोच रहा हूं। मैं इन 30 वर्षों के बारे में सोच रहा हूं जिन्हें मैंने अभी पूरा किया है। और मैं अपनी टीम के साथ मूल्यांकन करूंगा कि इस नए सत्र में क्या हो सकता है। पेस ने कहा, कई अन्य चीजें हैं जो मुझे प्रेरित करती रही है। मेरा सपना युवा खिलाड़ियों को ओलंपिक पदक, विंबलडन चैंपियनशिप जीतने के लिए तैयार करना है।