ललित ठाकुर : पधर l
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर व महासचिव भरत शर्मा ने कहा कि राज्य कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय हुआ है कि यदि सरकार जल्द पुरानी पेंशन बहाली नहीं करती तो बजट सत्र के दौरान शिमला में एक लाख से अधिक कर्मचारियों के साथ विशाल धरना दिया जाएगा l उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर धर्मशाला विधानसभा सत्र के दौरान कर्मचारियों के विशाल धरने के बाद जब माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने संगठन को वार्ता के लिए बुलाया तो मुख्यमंत्री महोदय ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए कमेटी गठन करने की बात कही जिसकी अधिसूचना 11 दिसंबर 2021 को ही कर दी गई थी लेकिन आज तक कमेटी का गठन नहीं हो पाया है l प्रदीप ठाकुर ने कहा कि इस लेटलतीफी से कर्मचारियों में दिन-प्रतिदिन निराशा बढ़ती जा रही है l
महासंघ ने पुनः सरकार को पत्र लिखा है कि इस कमेटी का गठन जल्द से जल्द करके पुरानी पेंशन बहाली की जाए l यदि सरकार बजट सत्र से पहले कर्मचारियों को पेंशन बहाल नहीं करती तो बजट सत्र के दौरान शिमला में 120000 कर्मचारी धरने में पहुंचेंगे l उन्होंने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों से वादा किया था लेकिन डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बावजूद अभी तक सरकार द्वारा कमेटी नहीं बनाई गई l जिससे यह मालूम होता है कि सरकार अपने कहे से मुकर रही है l
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के वेतन का 10% पैसा जबरदस्ती कंपनी को दिया जा रहा है और सरकार अपना 14% पैसा भी कंपनी को दे रही है जिससे सरकार और कर्मचारी दोनों को नुकसान हो रहा है नई पेंशन स्कीम से सिर्फ और सिर्फ कंपनी को ही फायदा हो रहा है जोकि सही नहीं है क्योंकि कर्मचारियों और सरकार का पैसा व्यर्थ में कंपनी को देना सरासर गलत हैl
इससे समाज को भी कहीं ना कहीं नुकसान पहुंच रहा है यदि सरकार कर्मचारियों की पेंशन बहाल करती है तो कर्मचारी और सरकार का कुल 24% पैसा सरकार के पास रखने से सरकारी कोष में बढ़ोतरी होगी और कंपनी के पास जो 6 हजार करोड़ है वह भी सरकारी कोष में आ जाएगा l जिससे सिर्फ 2000 करोड़ पेंशन के रूप में देना पड़ेगा 4000 करोड़ सरकार के खाते में ही रहेगा l अब यह सरकार की मंशा पर निर्भर करता है कि सरकार पेंशन बहाल करना चाहती हैं या नहीं l
सरकार अपना और कर्मचारियों का पैसा व्यर्थ में कंपनी को देना चाहती है या अपने पास रखकर देश व प्रदेश के विकास के कार्य में लगाना चाहती है l उन्होंने कहा कि नई पेंशन स्कीम से सिर्फ का नुकसान ही नुकसान हो रहा है ना जाने क्यों सरकार है इस स्कीम को चालू रखना चाहती है कहीं ऐसा तो नहीं कि इससे किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंच रहा हो l
उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में संगठन का सदस्यता अभियान जारी है अभी तक लगभग 40 से 50 हजार कर्मचारी 25 दिन में संगठन के साथ जुड़ चुके हैं जिससे कर्मचारियों का रुझान पता चलता है कि कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए कितने सजग है उन्होंने कहा कि जल्द 120000 कर्मचारियों के सदस्यता करके संगठन के साथ जोड़ा जाएगा और नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ अब तक का प्रदेश का सबसे बड़ा कर्मचारी संगठन बनेगा जिसकी सदस्यों की सदस्यता की संख्या इतनी ज्यादा होगी l
उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री महोदय को यह भी निवेदन किया है कि जो सलाहकार गलत सलाह देकर पुरानी पेंशन बहाली को रोक रहे हैं उन सलाहकारों को तुरंत बदल कर कुछ नए सलाहकारों को नियुक्त करें ताकि वह प्रदेश हित में सलाह सरकार को दे सके l यदि जल्द पुरानी पेंशन बहाली नहीं होती तो विशाल धरना कर्मचारियों की मजबूरी रहेगी इस बार कर्मचारी आज तक के कर्मचारी इतिहास के सभी धरने का रिकॉर्ड तोडेंगे और एक भारी संख्या में शिमला पहुंचेंगे l उन्होंने कहा कि पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा जोर पकड़ रहा है और यह उत्तर प्रदेश और पंजाब के चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है l
पूरे देश के कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर एकजुट हो रहे हैं जिसका सीधा असर हिमाचल में भी पड़ेगा l उन्होंने विपक्षी दलों से भी निवेदन किया है कि अखबार और मीडिया से बाहर निकलकर सचमुच कर्मचारियों की पेंशन बहाली की लड़ाई लड़े ताकि कर्मचारियों की पेंशन बहाली हो सके lसरकार को पूर्ण राज्यत्व दिवस के दिन पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा कर कर्मचारियों को तोहफा देना चाहिए अन्यथा कर्मचारियों की निराशा दिन प्रतिदिन बढ़ती जाएगी ।