सचिन शर्मा। देहरा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला संयोजक हेमंत ठाकुर ने कहा हिमाचल प्रदेश को 2009 में केंद्रीय विश्वविद्यालय की सौगात प्राप्त हुई थी , परंतु दुख की बात यह है कि 11 वर्ष बीतने के बाद आज भी केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश का अपना स्थाई परिसर नहीं है और जो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अस्थाई रूप से चलाए जा रहे परिसरों में छात्रों को मूलभूत सुविधाओं के नाम पर ठगा जा रहा है ।
देहरा परिसर में छात्रावास की सुविधा प्रदान नहीं है और लाइब्रेरी में बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है और न ही कक्षाओं को लगाने के लिए क्लासरूम पर्याप्त नहीं है धीरा परिसर में विश्वविद्यालय प्रशासन ने 450 से अधिक विद्यार्थियों को भेजा है परंतु यहां पर सिर्फ 10 कमरे हैं और इन 10 कमरों में विद्यार्थी अपनी पढ़ाई किस तरह करेगा यह सोचने का विषय है और पीएचडी स्कॉलर के लिए बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है और ना ही शोधकर्ताओं के पास किसी भी तरह की सामग्री प्राप्त नहीं है
इसी तरह देहरा परिसर अनेक मूलभूत सुविधाओं से वंचित है विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द मूलभूत सुविधाएं प्रदान नहीं करता है और प्रदेश सरकार स्थाई परिसर का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू नहीं करता है आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद आंदोलन करेगी जिसका खामियाजा विश्वविद्यालय प्रशासन को व प्रदेश सरकार को भुगतना पड़ेगा