हिमाचल दस्तक ब्यूरो। बिलासपुर
बिलासपुर में निर्माणीधीन प्रोजेक्ट एम्स कोठीपुरा, नेरचौक-कीरतपुर फोरलेन एवं हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थानीय एवं विस्थापितों व प्रभावितों को रोजगार के मुद्दे पर कंदरौर में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर की अगुवाई में बैठक आयोजित हुई।
इसमें विभिन्न वार्डों के जिला पार्षद व बीडीसी सदस्यों सहित अन्य समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में रोजगार के मुद्दे पर भावी रणनीति तय की गई।
इस अवसर पर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मुद्दे पर शीघ्र गौर नहीं किया गया तो 18 अगस्त को उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा, जिसकी जिम्मेेदारी जिला प्रशासन व सरकार की होगी।
उन्होंने कहा कि नेरचौक-कीरतपुर फोरलेन के निर्माण कार्य में लगी कंपनी द्वारा रोजगार के नाम पर स्थानीय एवं विस्थापितों-प्रभावितों को डराया-धमकाया जा रहा है। उन्हें रोजगार के अवसर नहीं उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, जो उनसे अन्याय है, जिसे किसी भी प्रकार से सहन नहीं किया जाएगा।
बंबर ठाकुर ने कहा कि इससे पहले बिलासपुर के लोगों ने राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देते हुए भाखड़ा बांध के लिए अपनी जमीनें व सांस्कृतिक विरासत को खोया है, जिसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई है। उसके बाद एनटीपीसी कोलडैम बना। फिर अब नेरचौक-कीरतपुर फोरलेन व रेलवे का निर्माण हो रहा है। इन प्रोजेक्ट में भी लोग ही विस्थापित हो रहे हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन पर लोगों पर बल प्रयोग करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से इस मुद्दे पर गौर करने की मांग की है।
इससे पहले एक संघर्ष समिति का गठन भी किया गया। बैठक में हटवाड़ से जिला पार्षद सुभाष, मलोखर से बीडीसी सदस्य श्याम लाल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष गोदावरी, गेहड़वीं से मधु चंदेल सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।