नियमों को ताक पर रखकर लीज लैंड पर सुबह 5 बजे धावा बोल देते हैं ट्रैक्टर
ट्रैक्टरों के न कागजात, न नंबर प्लेटे, न चालकों के पास लाईसेंस
ग्रामीणों ने लगाए नियमों को ताक पर रखकर खनन करने के आरोप
हिमाचल दस्तक, राकेश ठाकुर। बद्दी
क्षेत्र की जीवनदायिनी सरसा नदी में लीज लैंड पर नियमों को ताक पर रखकर खनन करने के आरोप ग्रामीणों ने जड़े हैं। ग्रामीणों की सूचना के बाद जब हिमाचल दस्तक की टीम ने सरसा नदी में दस्तक दी तो लोगों के आरोप सही पाए गए। सरसा नदी में लीज लैंड पर 15 से 20 ट्रैक्टर खनन सामग्री ढोने में जुटे थे। इक्का-दुक्का ट्रैक्टरों को छोड़कर किसी भी ट्रैक्टर पर न तो आगे और न ही पीछे कोई नंबर प्लेट थी। हैरानी तो इस बात की है कि ट्रैक्टरों को नौसिखिए प्रवासी चालक बिना किसी लाईसेंस और कागजातों के चला रहे थे।
ग्रामीणों की मानें तो सरसा नदी में सुबह 4.30-5:00 बजे ट्रैक्टरों द्वारा खनन सामग्री ढोने के लिए धावा बोल दिया जाता है। जबकि नियमानुसार लीज लैंड पर खनन करने समय सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक है। वहीं खनन सामग्री ढो रहे ट्रैक्टरों पर न तो आगे और न ही पीछे नंबर प्लेट थी। सरसा नदी से खनन सामग्री उठाकर यह ट्रैक्टर नेशनल हाईवे से होकर क्रैशरों तक पहुंच रहे हैं। लोगों का आरोप है कि इन ट्रैक्टरों को बेतहाशा रफ्तार में दौड़ाया जाता है और प्रवासी नौसिखिए चालक बिना लाईसेंस और कागजातों के इस काम को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस तमाशबीन बनी हुई है।
लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि लीज लैंड पर हो रहे खनन कार्य की न तो पुलिस और न ही खनन विभाग जांच कर रहा है। न ही इनके पास डब्यलू फार्मा होते हैं, जिसके चलते दो नंबर में लीज लैंड से खनन सामग्री क्रशरों तक पहुंचाकर सरकार को टैक्स का चूना लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह सारी खनन सामग्री प्रभावशाली लोगों के क्रशरों पर नियमों को ताक पर रखकर पहुंच रही है। जब भी कोई संबंधित विभागों से शिकायत करता है तो उल्टा कार्रवाई की बजाए शिकायतकार्ताओं को ही परेशान करना शुरु कर दिया जाता है।
सोलन के माईनिंग ऑफिसर कुलभूषण शर्मा ने कहा कि इस बाबत खनन विभाग को भी शिकायतें मिली हैं जिसके चलते संबंधित वीट के कर्मचारियों को जांच के आदेश जारी किए गए हैं। बिना नंबर ट्रैक्टरों का मामला पुलिस व आरटीओ के अधीन आता है, जिसकी जांच संबंधित विभागों को करनी चाहिए।
जिला बद्दी के एसपी रोहित मालपानी ने कहा कि पुलिस समय-समय पर ट्रैक्टरों की जांच करती है। पहले भी पुलिस ने सरसा नदी में छापेमारी कर ट्रैक्टरों को इंपाऊंड किया और जुर्माना भी वसूल किया। इस बाबत संबंधित पुलिस अधिकारियों और ट्रैफिक विंग को सख्ती से जांच और कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।