जय प्रकाश : संगड़ाह ।
उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव लाना-चेता सोमवार को एक बार फिर बरसाती नाले का पानी व मलबा लोगों के घरों मे जा घुसा। इससे पहले गत 12 जुलाई को भी भारी बारिश के चलते यहां नाले मे आई बाढ़ का पानी लोगों के घरों व पशुशालाओं मे आ गया था। विडंम्बना यह है कि, प्रशासन की तरफ से अब तक ग्रामिणों को कोई मदद नही मिली। सोमवार को हुई बारिश ने फिर यहां के लोगों को फिर डरा दिया। यहां किसानो के खेतों मे भी मलबा घुस जाने के कारण किसानो की नगदी फसलों को नुकसान पंहुचा है।
गुमन खड्ड के आस पास लोग अपने स्तर पर पानी के बहाव को बदलने की कोशिश की, तब जाकर पानी का कटाव अन्य दिशा बदली और बड़ा नुकसान होने से टला। सोमवार को कहर बरपाया कि ग्रामीण भय के चलते घरों से बाहर निकल गए।संतराम, प्रताप, सत्यपाल व दलीप सिंह आदि लोगों ने बताया कि, प्रसाशनिक अधिकारी यहां कईं बार नाले के दोनो तरफ दीवार अथवा तटबंध बनाने के आश्वासन तो देते हैं, मगर वास्तव मे अब तक कोई भी ऐसा कार्य शुरू नही हुआ है। हर बार तेज बारिश होने पर लोग बच्चों को लेकर घरों से बाहर निकल जाते है।
कुछ अरसा पहले गांव मे सड़क के कटान के चलते यह संकट पैदा हुआ और यहां क्रेट वायर अथवा गंगे आज तक नही लगे। बारिश के चलते लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह की सोलन-नौहराधार-मीनस सड़क सुबह 8 बजे से करीब 4 घण्टे लगातार बंद रही। इस दौरान जाम मे फसे कईं वाहन व बसें संगड़ाह होकर गंतव्य की तरफ निकली। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने बताया कि, भूस्खलन बंद हुई क्षेत्र की लगभग सभी सड़कों पर बाद दोपहर तक यातायात बहाल किया जा चुका है।