संजीव पराशर : दौलतपुर।
गगरेट-चिंतपूर्णी बॉर्डर पर घने जंगल मे स्थित सती माता मंझसन मंदिर में हज़ारों श्रदालुओं ने नवाया शीश । दौलतपुर चौक से करीब चार किमी दूर उप्पर पिरथीपुर की खड्ड पर कर जंगल मे स्थित उक्त मंदिर में श्रद्धालुओं का जमावड़ा मंदिर के प्रति श्रदालुओं की आस्था व्यक्त करता है जहां पंजाब, हरियाणा एवम जम्मू कश्मीर के करीव सैंकड़ो श्रद्धालु भी पहुंचे हैं।
वहीं मंदिर कमेटी के सदस्य राजेन्द्र राणा ने बताया कि 250 वर्ष पूर्व यहाँ राजा की बारात पर हमला हुआ था और छप्पन लोगों ने अपनी जान गवाई थी जिसके बाद यहां सती माता छपन हो गई थी जिसके बाद इसका यह नाम छप्पन माता मंझसन पड़ा गया जहाँ हर साल नवरात्रो में एक बड़ा मेला लगता है जहाँ हजारो श्रदालु अपनी मनोकामनाए पूर्ण करने के लिये शीश निभाने पहुचते है इस मौके पर भारी लंगर का आयोजन भी किया जाता है।