- 16 से 18 जून तक गेयटी थियेटर में होगा आयोजन
- हिमाचल के 35 साहित्यकार बनेगे हिस्सा
वरिष्ठ संवाददाता :शिमला
शिमला में 16 से 18 जून तक अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव आयोजित होगा। अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि श्री के साथ-साथ देश के 15 देशों के 450 के करीब साहित्यकार उत्सव में शिरकत करेंगे। उत्सव में शामिल होने वाली नामी हस्तियां में सोनल मान सिंह, गुलजार , किरण बेदी , लिंडा हेस व मीनाक्षी लेखी समेत कई नामी गिरामी साहित्यकार शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालाय, साहित्यिक अकादमी और हिमाचल प्रदेश कल और संस्कृति विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। गेयटी हेरिटेज संस्कृति परिसर, टाउन हाल व रिज क्षेत्र आदि स्थानों पर आयोजित हो रहे इस साहित्य उत्सव का उद्घाटन सत्र 16 जून को प्रात: 10 बजे से 12 बजे के बीच गेयटी थियेटर में होगा।
इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एवं मीनाक्षी लेखी और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन उपस्थित रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में भारत सहित 15 देशों के 425 से अधिक लेखक, विद्वान, अनुवादक, फिल्मकार, पत्रकार एवं कलाकार भाग ले रहे हैं। उत्सव में शिरकत करने वाले सभी विद्वान 64 कार्यक्रमों में 60 भाषाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्मेष अभिव्यक्ति का उत्सव शीर्षक से आयोजित हो रहा यह उत्सव देश का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन है।
उत्सव में परिचर्चा, प्रस्तुति, कहानी एवं कविता पाठ में विविध विषयों पर विचार विमर्श होगा। उत्सव में साहित्य और सिनेमा , विश्व की कालजयी कृतियां और भारतीय लेखन, आदिवासी लेखन, एलजीबीटीक्यू लेखकों का लेखन, मीडिया और साहित्य, भक्ति साहित्य और अनुवाद के माध्यम से सांस्कृतिक एकता आदि। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रत्येक शाम को सोनल मानसिंह द्वारा भरतनाट्यम, पी.जयभास्कर द्वारा ताल वाद्य कचेरी का वादन, नाथूलाल सोलंकी द्वारा नगाड़ा वादन एवं महमूद फारुकी द्वारा दास्तानगोई दास्तान-ए-कर्ण की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण होंगे।
साहित्य महोत्सव में शिरकत करेंगे ये लोग
अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में सोनल मानसिंह, गुलजार, एसएल भैरप्पा, चंद्रशेखर कंबार, किरण बेदी, लिंडा हेस, डेनियल नेगर्स, सुरजीत पातर, नमिता गोखले, कपिल कपूर, आरिफ मोहम्मद खान, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, रघुवीर चौधरी, सितांशु यशचंद्र, विश्वास पाटिल, रंजीत होसकोटे, गीतांजलि श्री, सई परांजपे, दीप्ति नवल, मालाश्री लाल, सुदर्शन वशिष्ठ, प्रत्यूष गुलेरी, एसआर हरनोट, होशांग मर्चेंट, लीलाधर जगूड़ी, अरुण कमल, बलदेव भाई शर्मा, सतीश अलेकर एवं विष्णु दत्त राकेश सहित अनेक महत्वपूर्ण व्यक्ति शामिल होंगे। उत्सव में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित 1000 पुस्तकों को प्रदर्शित किया जाएगा और 5 भारतीय प्रकाशकों की पुस्तकें बिक्री के लिए भी उपलब्ध होंगी।