एजेंसी। नई दिल्ली
कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर रविवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बिना लोगों के बड़े जमावड़े के डिजिटल मीडिया मंचों पर मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संदेश देंगे। योग दिवस दुनियाभर में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया और तबसे हर वर्ष उस दिन को योग दिवस के तौर पर मनाया जाता है, लेकिन यह पहला मौका होगा जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा।
इस साल की योग दिवस की थीम घर पर योग और परिवार के साथ योग है और लोग 21 जून को सुबह सात बजे डिजिटल समारोह में शामिल हो पाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि विदेश में भारतीय दूतावास योग का समर्थन करने वाले संस्थानों के साथ ही डिजिटल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
आयुष मंत्रालय ने लेह में बड़ा कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी, लेकिन महामारी के कारण इसे रद्द कर दिया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में 11 दिसंबर 2014 को घोषणा की गई थी कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
आयुष मंत्रालय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मंचों पर मनाया जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक संदेश इस दिन का मुख्य अंश रहेगा। मंत्रालय ने कहा, कोविड-19 के कारण मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति के चलते इस साल ऐसे समारोहों पर ध्यान कम है और इस पर ज्यादा है कि लोग अपने पूरे परिवार के साथ अपने-अपने घरों में योग करें। आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री का संदेश सुबह साढ़े छह बजे टेलीविजन पर प्रसारित किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान की एक टीम द्वारा 45 मिनट तक सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) का सजीव प्रसारण किए जाने के बाद प्रधानमंत्री का भाषण प्रसारित किया जाता है।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि सीवाईपी अभ्यास को विभिन्न आयु वर्गों और विभिन्न जन समूहों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसमें कहा गया है, योग को खासतौर से महामारी की स्थिति में प्रासंगिक पाया गया है, क्योंकि इसे करने से शारीरिक और मानसिक सुख मिलता है और बीमारियों से लडऩे में व्यक्ति की क्षमता बढ़ती है। मोदी ने लोगों से कोविड-19 महामारी के कारण अपने घरों में ही योग दिवस मनाने का अनुरोध किया था।