- बाहरी राज्यों में भी फैला है रैकेट
- वाराणसी से मेन एजेंट की गिरफ्तारी
- अब तक कुल 73 आरोपी हो चुके हैं अरेस्ट
- फिलहाल एसआईटी जारी रखेगी जांच
- बारी राज्यों से 10 गिरफ्तारियां
- नए सिरे से जल्द होगी लिखित परीक्षा
राज्य ब्यूरो प्रमुख। शिमला
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला सरकार ने सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की एसआईटी ने इस मामले में बेहतर काम किया है मगर मामले के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं लिहाजा मामला सीबीआई को सौंपा जाना जरूरी समझा गया है। सरकार की मंशा साफ है जो चाहती है कि निष्पक्ष जांच हो और आरोपी जो कोई भी हों वे सलाखों के पीछे पहुंचें। मंगलवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर में पत्रकार वार्ता बुलाकर यह एलान किया।
सीएम ने कहा कि यूपी के वाराणसी से शिवबहादुर नामक व्यक्ति जोकि मुख्य एजेंट है को गिरफ्तार किया गया है। हो सकता है कि इसके और भी साथी हों वहीं बिहार से अमन नामक व्यक्ति को पकड़ा गया है जिसे हिमाचल लाया जा रहा है। इस मामले में कुल 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें 38 को तकनीकी रूप से इंटेरोगेशन के लिए रखा गया है। मामले में 8.49 लाख रुपये की नगदी पकड़ी गई है वहीं एक स्विफट कार, 15 मोबाइल फोन व एक लैपटॉप भी पकड़ा गया है।
इसके साथ दो छात्रों के पिता भी गिरफ्तार किए गए हैं। पकड़े गए लोगों में कुल 10 लोग प्रदेश के बाहर से हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले यह सोचा गया था कि पेपर भर्ती लीक मामले में सभी लोग हिमाचल से होंगे लेकिन ऐसा नहीं है। प्रदेश के बाहर से भी लोग इसमें संलिप्त हैं। लिहाजा जरूरी है कि सीबीआई को मामला सौंप दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सीबीआई की जांच शुरू नहीं होती तब तक एसआईटी इसकी जांच जारी रखेगी। एक सवाल पर सीएम ने कहा कि अगली लिखित परीक्षा जल्द करवाई जाएगी। इसके लिए क्या मापदंड रहेंगे, कौन सी एजेंसी इसकी जांच करेगी इसे लेकर अभी बातचीत चल रही है।
इस मामले में सिर्फ राजनीति कर रही कांग्रेस
कांग्रेस द्वारा इस मामले में लगातार की जा रही सीबीआई जांच की मांग और युवा कांग्रेस की भूख हड़ताल के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस इसपर केवल और केवल राजनीति कर रही है। राजनीतिक मकसद से इस पूरे मामले को कांग्रेस देख रही है जबकि सरकार चाहती है कि निष्पक्षता से जांच हो और आरोपी सलाखों के पीछे जाएं।
1334 पदों पर हुई थी भर्ती
पुलिस की लिखित परीक्षा 27 मार्च 2022 को ली गई थी। 1334 पदों के लिए यह भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई जिसमें कुल 75 हजार क्वालिफाइड अभ्यार्थी शामिल थे। मेरिट में आए छात्रों से पूछताछ के बाद शंका हुई और रात 11 बजे सरकार ने एफआईआर करने के आदेश दिए। सीएम ने कहा कि इससे सरकार की मंशा साफ होती है कि रात को आदेश दिए और अगले दिन एसआईटी गठित करके परीक्षा को रद किया गया।