शिमला:राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के दौरान हस्ताक्षरित एमओयू की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन वाली प्रत्येक प्रमुख परियोजना के लिए नोडल अफसर नियुक्त करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जून माह में होने वाले दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह के लिए समझौता ज्ञापनों को निर्धारित किया जाना चाहिए।
इस समारोह के लिए 10 हजार करोड़ के वास्तविक निवेश का लक्ष्य तय होगा। जिन उद्यमियों ने समझौता ज्ञापनों पर पहले से ही हस्ताक्षर कर दिए हैं, उनकी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि विदेशी निवेशकों को प्रदेश में अपने उपक्रम शुरू करने का विश्वास दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि इन परियोजनाओं को शुरू कर निर्धारित समय पर पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि 986 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ नीदरलैंड के उद्यमियों के साथ 8 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जर्मनी के निवेशकों के साथ एक समझौता ज्ञापन 1900 करोड़ के निवेश के साथ संयुक्त अरब अमीरात के साथ सात समझौता ज्ञापनों और मलेशिया के साथ 100 करोड़ के निवेश के एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। नोडल अधिकारियों को विदेशी निवेशकों के साथ मधुर संबंध स्थापित करने के लिए नियुक्त किया जाएगा। जो इनके साथ लगातार संपर्क में रहेंगे, ताकि उन्हें अपने उपक्रम शुरू करने के लिए विश्वास दिलाया जा सके।
27 दिसंबर, 2019 को हुए पहले ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने न केवल निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया है बल्कि 13656 करोड़ का निवेश भी हासिल किया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि उद्योग विभाग उद्यमियों के साथ हस्ताक्षरित एमओयू को धरातल पर लाने के लिए अन्य विभागों के साथ मिलकर कार्य करेगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह और आरडी धीमान, प्रधान सचिव केके पंत, ओंकर चंद शर्मा और संजय कुंडू, सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान और अमिताभ अवस्थी, निदेशक उद्योग हंसराज शर्मा, निदेशक आईटी आरसी ठाकुर, निदेशक ऊर्जा मानसी सहाय ठाकुर, निदेशक शहरी विकास ललित जैन, विशेष सचिव राकेश कंवर और निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन भी उपस्थिति थे।
विभाग वन टू वन बैठकें करेंगे निवेशकों से
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को वास्तव में निवेश के आधार को सुनिश्चित करने के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के अलावा समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने उद्यमियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करने पर भी जोर दिया। रिलायंस, टाटा, महिंद्रा, गोदरेज आदि बड़े औद्योगिक घरानों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि वे जल्द से जल्द अपने उद्यम शुरू कर सकें।
एक लाख करोड़ से पार हुआ निवेश लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीटर के पश्चात 7242 करोड़ के निवेश के 139 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे कुल निवेश एक लाख करोड़ से अधिक पहुंच गया है। विभागों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उन परियोजनाओं पर सही तरीके से कार्य शुरू किया जाए, जिनका प्रदर्शन ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में किया गया था, ताकि धरातल पर उन परियोजनाओं पर काम हो।