सिंगापुर में आयोजित कार्यशाला में बोले उद्योग मंत्री, कहा, प्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में दी जाएगी सस्ती बिजली, सिंगापुर को पर्यावरण व तकनीक में अन्य देशों के लिए बताया आदर्श
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने सिंगापुर के तकनीकी शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित कार्यशाला के समापन समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सिंगापुर एक आधुनिक देश है जो पर्यावरण, तकनीक और विकास में अन्य देशों के लिए एक आदर्श है। सिंगापुर में उपलब्ध स्वच्छ वातावरण श्रेष्ठ है, जो इस देश को निवेश और व्यापार के लिए आदर्श गंतव्य बनाता है।
उन्होंने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में आईटीई सिंगापुर के प्रयासों की सराहना की। उद्योग मंत्री ने प्रदेश में स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि निवेशकों को नई औद्योगिकी नीति के तहत सरकार द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। प्रदेश में पर्याप्त विद्युत उत्पादन किया जा रहा है, जिससे निवेशकों को अन्य राज्यों की तुलना में सस्ती बिजली आपूर्ति उपलब्ध करवाई जा रही है। राज्य सरकार ने पहली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि भारत को आधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत राष्ट्र के तौर पर विकसित किया जाए।
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम प्रदेश के 50 हजार युवाओं को कौशल विकास परियोजना के अंतर्गत आगामी 4 वर्षों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी, ताकि उन्हें विभिन्न उद्योग आधारित कौशल प्राप्त करने के अवसर प्रदान किए जा सकें। उन्होंने आईटीई को हिमाचल प्रदेश आने का निमंत्रण दिया और राज्य में तकनीकी शिक्षा में उपलब्ध अपार संभावनाओं से अवगत करवाया। एक्सचेंज प्रोग्राम की संभावनाओं पर विचार करना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों को आवश्यक अनुभव मिल सके।
बिक्रम सिंह ने कहा कि वह इस कार्यशाला का हिस्सा बनकर बहुत प्रसन्न और सम्मानित अनुभव कर रहे हंै। उन्होंने राज्य कौशल विकास निगम के प्रतिनिधिमंडल को इस कार्यशाला में आमंत्रित करने के लिए और अपने अनुभव को साझा करने के लिए आईटीई सिंगापुर का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर आईटीई सिंगापुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बू्रस पोह ग्योक हुयाट ने बिक्रम सिंह का स्वागत किया। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) निशा सिंह, कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर सहित हिमाचल से गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य तथा आईटीई सिंगापुर के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।