वाशिंगटन : ईरान समर्थित एक समूह पर हवाई हमले करने से पैदा हुए आक्रोश के एक दिन बाद अमेरिका ने इराक पर वाशिंगटन के हितों की ”रक्षा” करने में विफल रहने का आरोप लगाया। रविवार रात को इराक में हुए हमले में कम से कम 25 लड़के मारे गए। यह हमला अमेरिका के एक असैन्य ठेकेदार पर गत सप्ताह हुए घातक हमले के जवाब में किया गया।
अमेरिका के विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को वांिशगटन में पत्रकारों से कहा, ”हमने इराक सरकार को कई बार आगाह किया और हमने आमंत्रित अतिथियों के तौर पर हमारी रक्षा करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए उनके साथ सूचना साझा की।”
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना और राजनयिक इराक में वहां की सरकार के आमंत्रण पर रह रहे हैं। उन्होंने कहा, ”इसलिए हमारी रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी तथा कर्तव्य है लेकिन उन्होंने ऐसा करने के लिए उचित कदम नहीं उठाए। ”
हाल के सप्ताहों में इराक में उन अड्डों पर कई हमले हुए जहां अमेरिकी मौजूद थे। अमेरिका ने ईरान समर्थित गुटों को इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने बताया कि सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान और अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के बीच सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। दोनों इस पर राजी हुए कि ईरान सरकार और उसके प्रतिनिधि क्षेत्र में अस्थिरता बनाए रखे हुए हैं और दूसरे देशों को इन खतरों से अपनी रक्षा करने का अधिकार है।