हिमाचल दस्तक : नाहन
हिमाचल प्रदेश की जय राम सरकार ने नाहन को सुरंग देने के प्रयास तेज कर दिए हैं। चीफ इंजीनियर नेशनल हाईवे पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट के द्वारा इस सुरंग के निर्माण में कंसल्टेंसी हेतु टेंडर आमंत्रित कर लिए हैं। चलिए अब आपको यह भी बता दें की सुरंग सिरमौर के लिए क्यों वरदान साबित होगी। असल में नाहन शहर को मौजूदा समय एनएच 907 ए से एनएच 07 के लिए कनेक्टिविटी हेतु बाईपास की बड़ी आवश्यकता है। शहर में ट्रैफिक का दबाव अत्यधिक बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते नाहन शहर को लंबे समय से बाईपास की दरकार है।
यही नहीं यदि एनएच 907 ए को शहर से होकर डबल लेन किया जाता है तो सड़क के किनारे बने कई मकानों को तोड़ना पड़ेगा। और इस कार्य में राष्ट्रीय राजमार्ग मिनिस्ट्री के अरबों रुपया जाया होंगे। तो वही राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर बाईपास की सड़क में आर्मी का भी बड़ा अड़ंगा दशकों से चला आ रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार का नाहन शहर से दबाव कम करते हुए बाईपास की जगह सुरंग बनाना एक बड़ा ही महत्वपूर्ण निर्णय होगा।
यही नहीं नाहन शहर में अरबों की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण बड़ी द्रुत गति से चला हुआ है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज के लिए शांत और सेफ पैसेज होना भी बहुत जरूरी है। शहर में ट्रैफिक दबाव के चलते अक्सर जाम भी लगा रहता है। तो वही इस राष्ट्रीय राजमार्ग के थ्रू हो जाने से सेब व्यापारियों को भी सबसे बड़ी राहत मिलेगी।
बताना जरूरी है कि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज ने ट्रू पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट हिमाचल प्रदेश इस सुरंग निर्माण का जिम्मा सौंप दिया है। जिसके चलते विभाग के द्वारा डबल लेन की 3 से 5 किलोमीटर लंबी टनल बिरोजा फैक्ट्री से काशी वाला या सीधे दोसड़का के आसपास निकाली जा सकती है।
अब इस टनल के निर्माण के लिए कंसल्टेंसी टेंडर जारी किए गए हैं। जिसमें कंसलटेंसी एजेंसी प्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी के साथ-साथ जब इस सुरंग का निर्माण होगा तो सुपरविजन भी इन्हीं का होगा। यह कंसलटेंसी एजेंसी यह भी बताएगी कि इस सुरंग के निर्माण में कितना खर्चा आएगा और कितना समय लगेगा। इसके साथ साथ भूगर्भीय स्टाटा आदि के लिए भी कंसलटेंसी एजेंसी ही जानकारी जुटाएगी।
बरहाल दो राष्ट्रीय राजमार्गों की आपस में कनेक्टिविटी और नाहन शहर पर से ट्रैफिक का दबाव कम किया जाना प्रदेश सरकार की जिला सिरमौर को सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। यही नहीं सरकार के द्वारा टेक्निकल कंसलटेंसी के लिए 6 अक्टूबर की डेडलाइन भी घोषित की है। सूत्रों की माने तो सरकार बहुत जल्द इस टनल के निर्माण का शिलान्यास भी कर सकती है। खबर की पुष्टि चीफ इंजीनियर नेशनल हाईवे डिपार्टमेंट के द्वारा की गई है।