चेतनलता। जंजैहली
सराज घाटी के आराध्य देव मगरू महादेव तथा देव चपलांदू नाग मंडी शिवरात्रि के लिए जंजैहली से रवाना हो गए हैं। ये देवता 7 मार्च को छतरी से निकल पड़े थे और रात को यह जंजैहली ठहरे थे।
पैदल यात्रा करते और बारिश में कठिन रास्ता पार कर देर शाम जंजैहली पहुंचे थे। 11 मार्च को दोनों देवता मंडी शिवरात्रि में पहुंचेंगे। बता दें कि राजाओं के काल से ही मगरू महादेव का शिवरात्रि में विशेष महत्व है।
इस संदर्भ में महादेव के पुजारी गंगाराम ने बताया कि देवता को पहुंचने में चार-पांच दिन लग जाते हैं। इस दौरान दिन की यात्रा के पश्चात अतिथि के रूप में देवता को बुलाया जाता है।
इस तरह 100 से 140 किलोमीटर दूर से पैदल यात्रा करके यह मंडी शिवरात्रि के लिए पहुंचते हैं, जबकि इनको वापस आने में 20 से 22 दिन लग जाते हैं।