बिलासपुर :
हिमाचल प्रदेश कनिष्ठ अभियंता जेई एसोसिएशन बिलासपुर जोन पीडब्ल्यूडी में गैर हिमाचलियों की भर्ती पर भड़क गया है। एसोसिएशन ने कहा कि यदि बाहरी राज्यों के लोगों को रोजगार के मामले में तरजीह दी गई तो स्थानीय शिक्षित एवं प्रशिक्षित बेरोजगार नौकरी के लिए कहां का दरवाजा खटखटाएंगे। एसोसिएशन इस मसले को शीघ्र ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उठाएगी।
जारी बयान में जिला अध्यक्ष राजीव कुमार, महासचिव अनूप गौतम, कोषाध्यक्ष दिनेश गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीता राम ठाकुर सहित अन्य सभी पदाधिकारियों ने कहा कि विभाग में 12 गैर हिमाचली इंजीनियरों को नौकरी दी गई है, जो कि यहां के युवाओं के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि चुनावों के समय लुभावने वादों के साथ नेताओं द्वारा यहीं के लोगों से वोट मांगे जाते हैं, लेकिन यह कहां की नीति है कि वोट हिमाचली दें और रोजगार पर कुंडली बाहरी लोग मारें, यह असहनीय है।
इसी अनदेखी के चलते एसोसिएशन का प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाएगा। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग में 100 कनिष्ठ अभियंताओं (सिविल) को अनुबंध के आधार पर नियुक्ति दी है। इनमें से 12 गैर हिमाचली कनिष्ठ अभियंता को हरियाणा से 5, उत्तर प्रदेश से 2 उत्तराखंड से 2 बिहार, राजस्थान व चंडीगढ़ से एक-एक कनिष्ठ अभियंता को नौकरी का सुनहरा अवसर दिया गया है। सरकार के इस निर्णय से हिमाचल कनिष्ठ अभियंता संघ में रोष की लहर है तथा बिलासपुर संघ ने कड़ा विरोध जताया है।
उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश का प्रशिक्षित इंजीनियर डिप्लोमाधारक और डिग्रीधारक बेरोजगार को निराशा ही हाथ लग रही है। उन्होंने सरकार से भविष्य में क्लास-3, क्लास-4 की भर्ती के लिए गैर हिमाचली लोगों को शामिल न करने का आह्वान किया है। जिला बिलासपुर जेई संघ ने काफी समय से कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता के लंबित पड़े मसले पर भी शीघ्र विचार कर उसे अमलीजामा पहनाने की मांग सीएम से दोहराई है।