पुल से स्कूली बच्चों ने सर्तकता से वापिस लौटकर जान बचाई
धवाल गांव को जोडऩे वाला एकमात्र पुल हुआ क्षतिग्रस्त, लोगो की आवाजाही के लिए हुआ बंद
हिमाचल दस्तक, विजय शर्मा। सुंदरनगर
सुंदरनगर उपमंडल के धवाल गांव को जोडऩे वाला एकमात्र पुल हुआ क्षतिग्रस्त होने से लोगो की आवाजाही बंद कर दी। शुक्रवार को जब स्कूली बच्चे पुल से गुजर रहे थे तो अचानक वह एक तरफ झुक गया। गनीमत यह रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। इस पूल के अचानक एक तरफ झुक जाने से सभी बच्चे सहम गए और एकदम से खतरे को भांपते हुए सभी पीछे की तरफ वापिस लौट आए।
बता दे कि धवाल औऱ इसके आसपास के सभी गांव इस पैदल पुल पर ही निर्भर रहते है। इस एकमात्र पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण अब इस पर पैदल यात्रियों के लिए आवाजाही बंद कर दी गई। पंचायत प्रधान श्याम लाल ठाकुर ने बताया कि जैसे ही पुल के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली मौके पर वन विभाग को सूचित किया गया। वन विभाग ने इस पुल अब आम जनता के बंद कर दिया है।
बताते है कि इस पुल की मरम्मत 1998 में वन विभाग द्वारा ही कराई गई थी। लेकिन उसके बाद अब तक बीस वर्ष तक कोई सुध नहीं ली। जबकि इस एकमात्र विकल्प पुल की दोनों छोर की स्टे वायर जंग के कारण सड़ चुकी थी। ये तो कुदरत का ही करिश्मा है कि पुल गिरने से पहले सर्तक होने का संकेत दे गया। नहीं तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।