राजेश कुमार। धर्मशाला:
हिमाचल सरकार के सड़क सुरक्षा अभियान में परिवहन विभाग के माध्यम से लिए गए एक प्रण को हिमाचल दस्तक मीडिया समूह मंगलवार को ज्वाला मां की धरती पर पूरा करेगा। ये प्रण था राज्य के स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा के महत्व को बताने के लिए करवाई गई पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का। राज्य के उपमंडल मुख्यालय से शुरू हुए इस अभियान को अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के साथ पूरा किया जा रहा है।
इस पहल को अंगीकार करते हुए खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उपमंडल स्तर पर टॉपर्स रहे बच्चों के साथ मिलेंगे और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार देंगे। प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर प्रथम आने वाले बच्चे को 25 हजार रुपये, दूसरे नंबर पर 15 हजार रुपये और तीसरे नंबर पर रहने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। यही नहीं इसके साथ उन रोड सेफ्टी एंबेंसडर्स को भी मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे, जो इस अभियान के दौरान हिमाचल दस्तक के सहयोगी बने।
इनमें विद्यापीठ शिमला, गोधन सेवा समिति, कपूर सोलर करसोग, साईं इंजीनियरिंग फाउंडेशन शिमला, एएलएस आईएएस कोचिंग सेंटर शिमला, हिम एकेडमी हमीरपुर, एस ट्यूटोरियल चंडीगढ़, जीबीपी चंडीगढ़, इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी बाथू, बीडीएम शिवंभू इंटरनेशनल, हिमकेपस इंस्टीच्यूट ऑफ प्रोफेशनल एजूकेशन बढेड़ा, बी2 शोपिंग मार्ट हमीरपुर, ल्यूमिनस गगरेट, मैजिक ब्लेड्स ऊना, मानव विकास संस्थान कलोल, मिनर्वा स्टडी सर्किल घुमारवीं एवं बिलासपुर, बीडीटीएस बरमाणा, दिनेश कुमार एंड संज, अभिलाषी यूनिवर्सिटी, एनसीईएस, सोच फाउंडेशन, चंद्र मोहन शर्मा किक बाक्सिंग एसोसिएशन, मनीष मोंगा एआईआरईएफ इंजीनियर्स, स्टीलबड्र्स हेलमेट्स, जेनेसिस कोचिंग इंस्टीच्यूट छवि कश्यप, जेटकिंग इंस्टीच्यूट ऑफ कंप्यूटर एंड मैनेजमेंट, मेग्रेट पब्लिक स्कूल आदि प्रमुख हैं।
रंगों के जरिए सड़क सुरक्षा का संदेश देने वाले इस कार्यक्रम को हिमाचल दस्तक ने पहले उपमंडल स्तर पर करवाया और अब उपमंडलों पर फस्र्ट आए छात्र-छात्राओं की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हो रही है।
इसलिए जरूरी था जागरूकता बढ़ाने का ये अभियान
हिमाचल सरकार ने सड़क हादसों को कम करने के लिए 4 अगस्त 2019 को प्रदेश व्यापी सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान छेड़ा था। शिमला के रिज मैदान से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसका शुभारंभ किया था। हिमाचल में हर साल 3000 से ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं। इनमें 1200 से ज्यादा लोगों की जान हर साल जा रही है।
इन हादसों में से करीब 95 फीसदी मानवीय गलती की वजह से हो रहे हैं। यही सबसे बड़ी चिंता का कारण है। इस जानलेवा मानवीय चूक को दूर करने के लिए ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है, ताकि सड़कोंं को सुरक्षित बनाया जा सके। यही वजह थी कि ‘हिमाचल दस्तक‘ ने इस अभियान को अपने हाथ लिया। 60 उपमंडलों पर करीब 10 हजार बच्चों को इसमेंं शामिल किया गया।
हत और उम्मीद- सड़क हादसों में कमी
वर्ष हादसे घायल मौत
2018 3110 5551 1208
2019 2873 4901 1141
सड़क हादसों में कमी
7.62 फीसदी
मृतकों की संख्या में कमी
5.54 फीसदी
घायलों की संख्या में कमी
11.70 फीसदी