जय प्रकाश। संगड़ाह
किंकरी देवी पार्क संगड़ाह के समीप पिछले करीब 20 घंटों से आग लगी है। आग की चपेट में अब तक 400 बीघा के लगभग जंगल तथा घासनियां आ चुकी हैं।
आग से जहां गांव डुंगी व मंडोली में पशुचारे का संकट पैदा हो गया है, वहीं संगड़ाह तथा लुधियाना पंचायत के जंगल तक भी आग पहुंच चुकी है। आग से जहां जंगल में मौजूद चीड़, बान व बुरांस के हजारों पेड़-पौधे जल गए हैं, वहीं लाखों की वन संपदा तबाह हो चुकी है। आग लगने से बेजुबान जंगली जानवरों तथा पशु-पक्षियों पर सबसे ज्यादा मुसीबत टूट पड़ी है।
आग लगने के कारणों का पता लगाया जाना शेष है। गौरतलब है कि उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में फायर स्टेशन न होने के चलते क्षेत्रवासियों को खुद ही जोखिम उठाकर आग से जानमाल की रक्षा करनी पड़ती है। इससे पहले क्षेत्र के गांव शिवपुर, बाऊनल, टिकरी व सीऊं मे जंगल में लगी आग की चपेट में लोगों की पशुशालाएं, फसलें व पशु आ चुके हैं।
जिला मुख्यालय नाहन स्थित फायर स्टेशन से आज तक दमकल विभाग की गाड़ी अथवा कोई कर्मचारी संगड़ाह में आग बुझाने नहीं पहुंचा। वन क्षेत्राधिकारी संगड़ाह शमशेर सिंह ने बताया कि हालांकि आग लोगों के प्राइवेट जंगल में लगी है मगर इसके बावजूद वन विभाग के कुछ कर्मचारियों को आग बुझाने के लिए भेजा गया है।
वन कर्मियों द्वारा किंकरी देवी पार्क को आग से बचाया जा चुका है। एसडीएम कार्यालय संगड़ाह के कानूनगो हीरा सिंह ने बताया कि अभी तक इस आग से जंगल के अलावा लोगों की निजी संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।