हिमाचल दस्तक ब्यूरो। कुल्लू
3 दिवसीय 19वीं राष्ट्रीय कोर्फबॉल प्रतियोगिता शुक्रवार को कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में आरंभ हुई। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न 8 राज्यों (केरल, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिमी बंगाल, महाराष्ट्र, हरियाणा तथा हिमाचल) के लगभग 200 पुरुष व महिला खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए जिलाधीश आशुतोष गर्ग ने कहा कि कोर्फबॉल में बच्चों के लिए अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लिए अभी यह नया खेल है और इसे पंचायत स्तर तक ले जाने के लिए प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह एकमात्र ऐसा खेल है जिसमें पुरुष व महिलाएं बराबर संख्या में समूहों में किसी खेल को खेलते हैं। आशुतोष गर्ग ने कहा कि कोविड महामारी के चलते खेलें भी प्रभावित हुईं और अब धीरे-धीरे वैक्सीन की डोज लोगों को प्राप्त हो जाने से महामारी नियंत्रित होती दिख रही है।
उन्होंने कहा कोर्फबॉल खेल ‘मित्रता, सहयोग व सह शिक्षा का खेल है। खिलाड़ियों को इसमें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है। उन्होंने कुल्लू में इस प्रकार की बड़ी प्रतियोगिता करवाने के लिए कोर्फबॉल एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस खेल को और अधिक पॉपुलर बनाया जाएगा। प्रशासन एसोसिएशन के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा।
हिमाचल प्रदेश कोर्फबॉल एसोसिएशन के महासचिव बीआर सुमन तथा राष्ट्रीय कोर्फबॉल एसोसिएशन के सचिव अशोक ने कोर्फबॉल प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल में कोर्फबॉल खेल 1989 में आरंभ हुआ और तब से हिमाचल की टीम लगातार राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले रही है।
उन्होंने कहा कि 1991 में मंडी में तृतीय कोर्फबॉल फेडरेशन कप का आयोजन किया गया था। 1996 में चौथी राष्ट्रीय जूनियर कोर्फबॉल प्रतियोगिता का आयोजन ठोडू मैदान सोलन में किया गया था।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन हर साल राज्य स्तर की प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन कर रही है। एसोसिएशन ने प्रतियोगिता के आयोजन में सहयोग करने के लिए उपायुक्त का आभार जताया।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा सूत्रधार कला संगम के कलाकारों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष देवव्रत, जय गोपाल शर्मा, कोषाध्यक्ष विनोद तथा राहुल के अलावा सभी टीमों के साथ आए कोच व समस्त खिलाड़ी इस मौके पर उपस्थित रहे।