हिमस्खलन की चपेट में आने से मौत, आज घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
रंजीत ठाकुर। कुनिहार : सियाचिन में हिमस्खलन की चपेट में आकर कुनिहार के मुनीष ठाकुर ने भी शहादत पाई है। मंगलवार शाम को शहीद मनीष का पार्थिव शरीर चंडीगढ़ में पहुंचाया गया, जहां से बुधवार को कुनिहार के दोची गांव पहुंचेगा। बुधवार को पूरे सैन्य सम्मान से अंतिम विदाई दी जाएगी।
सोमवार को सियाचिन ग्लेशियर में आठ सैनिक अचानक हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। इसमें जिला सोलन के कुनिहार क्षेत्र के दोची गांव के मनीष कुमार (21) पुत्र रामस्वरूप की मौत हो गई थी। 9 अप्रैल, 1998 को जन्में मनीष कुमार ने कुफ्टू स्कूल से जमा दो की परीक्षा पास करने के बाद महाविद्यालय अर्की बातल में आगे की पढ़ाई शुरू की। मनीष कॉलेज की द्वितीय वर्ष की पढ़ाई के बीच में ही दिसंबर 2017 में सेना की डोगरा-6 रेजिमेंट में भर्ती हो गए।
मनीष सियाचिन ग्लेशियर में अपनी सेवा दे रहे थे कि पेट्रोलिंग के दौरान अन्य साथियों के साथ हिमस्खलन की चपेट में आ गए। सोमवार शाम को जैसे ही मनीष के शहीद होने की खबर पहुंची तो घर में मातम छा गया। दादी नानकी देवी, पिता रामस्वरूप, माता मीरा देवी को बेटे की मौत का गहरा सदमा लगा है। मनीष का बड़ा भाई राहुल दुबई में होटल में कार्यरत है।
राज्यपाल-सीएम व वीरभद्र सिंह ने जताई संवेदना
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने सियाचिन में शहीद हुए कुनिहार के जवान मनीष ठाकुर के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में मनीष को एक देशभक्त और सच्चा सिपाही बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।