धर्मशाला की इन्वेस्टर मीट में हैक्स मेग्नेट ने किया सरकार के साथ एमओयू
देवेंद्र गुप्ता/नितिन कुमार। सुंदरनगर : सुंदरनगर का जै देवी गांव आजकल सुर्खियों में है। इस गांव के जरिए अब मैग्लेव टेक्नोलॉजी के बारे दुनियाभर की चुंबकीय तकनीकों पर काम होगा। जबकि इसके अलावा इस गांव से चुंबक उत्पादन की आपूर्ति भी यही से होगी। यह प्रदेश का पहला मेग्नेट विलेज होगा जहां दुनियां भर से मैग्लेव टेक्नोलॉजी से संबंधित जानकारियां और उत्पाद खरीदें और बेचे जाएंगे।
आने वाले दिनों में सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इसी गांव में कई लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं दुनियां भर से ऐरोस्पेस, मैग्लेव प्रोजेक्टस पर भी काम होगा। जबकि हिमाचल के लिए हैक्स मैग्रेट ने मैग्लेव विंडमिल के जरिए क्लीन एनर्जी से बिजली पैदा करने के लिए भी सरकार से एमओयू साइन किया है। हिमाचल सरकार की धर्मशाला मेंं हुई इन्वेस्टर मीट में प्रदेश सरकार और हैक्स मेग्रेट के बीच 50 करोड़ का एमओयू साइन हो गया।
हैक्स मेग्रेट की तरफ से कंपनी की मालकिन हेमलता ने हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष करार साइन किया। इस मौके पर उनके पुत्र और सीईओ आरूष कुमार और बेटी अदिति मौजूद रही। हेमलता ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उनके बच्चों ने जो संघर्ष किया है उसी का यह नतीजा है कि सुंदरनगर का जै देवी मैग्लेव टेक्नोलॉजी के जरिए दुनिया में अपनी चमक बिखेरेगा। सीईओ आरूष कुमार ने बताया कि वह पिछले 10 सालों से इस कंपनी को स्थापित करने में लगे हुए थे मगर जयराम सरकार की धर्मशाला की इन्वेस्टर मीट में सीधे तौर पर कंपनी से एमओयू साइन होने पर सारी समस्याएं ही हल हो गईं।
डॉ.आरएस शिंदे के सपनों को मिलेंगे पंख
धर्मशाला की इन्वेस्टर मीट में हैक्स मेग्रेट ने बेशक एमओयू साइन किया होगा मगर कंपनी के सीईओ आरूष कुमार के गुरु और दुनिया के जाने माने मैग्लेव टेक्नोलॉजी का अग्रणी नाम डॉ.आरएस शिंदे का भी सपना सच होने जा रहा है। डॉ. शिंदे पिछले दिनों जब सुंदरनगर के एक कॉलेज में मेगलैब टेक्नोलॉजी के बारे लेक्चर देने आए थे तो उस समय उन्होंने प्रदेश में मैग्लेव विंडमिल के जरिए क्लीन एनर्जी से बिजली पैदा करने की इच्छा जताई थी।
उसी पर अमल करते हुए आरूष कुमार ने प्रदेश सरकार के साथ मैग्लेव विंड मिल के जरिए क्लीन एनर्जी बिजली पैदा करने का भी करार किया है। सुंदरनगर को अब बेशक मैग्लेव के तकनीक केंद्र के रूप में जाना जाएगा मगर मैग्लेव कंपनी हैक्स मेग्रेट के साथ हिमाचल दस्तक का पुराना नाता है। हिमाचल दस्तक पहला प्रदेश का अखबार है जो 2019 के नेशनल साइंस इंवेट में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से ममैग्लेव तकनीक पर आधारित भारत की पहली मैग्लेव ट्रेन के बारे रिपोर्टिंग कर चुका है।