पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पड़ोसी राज्य कर्नाटक के साथ महादई नदी के जल बंटवारा विवाद पर लोगों से धैर्य बनाए रखने को कहा। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार जल की धारा मोडऩे की अनुमति नहीं देगी। दरअसल केंद्र सरकार ने कर्नाटक को कलासा बंदुरी परियोजना के साथ आगे बढऩे की कथित तौर पर मंजूरी दे दी थी।
इस परियोजना का उद्देश्य महादई नदी की जल धारा को मोड़ कर उत्तरी कर्नाटक के तीन जिलों में पेयजल मुहैया कराना है। इसके विरोध में गोवा में प्रदर्शन हुआ था। सावंत ने सोमवार शाम में संवाददाताओं से कहा, इस मुद्दे पर थोड़ा धैर्य रखें। मैं इस पर समझौता नहीं करने जा रहा हूं। हम महादई नदी की जल धारा मोडऩे की अनुमति नहीं देंगे।
सावंत के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल ने चार नवंबर को पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी और उनसे अनुरोध किया था वह कलासा बंदुरी परियोजना के लिए कर्नाटक को पर्यावरण संबंधी मंजूरी पत्र की आवश्यकता से मुक्त करने वाला पत्र वापस ले लें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 2007-12 में सत्ता में रहने के दौरान भी इस परियोजना का विरोध करना चाहिए था जिससे इस स्थिति से बचा जा सकता था।