एनसीईआरटी के विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के हर शिक्षक को केंद्र सरकार की ओर से आयोजित होने वाली शिक्षक ट्रेनिंग में जाना अनिवार्य है। नीति आयोग के विजन डाक्यूमेंट-2030 में टीचर ट्रेनिंग अनिवार्य की गई है। इसके तहत स्कूलों के शिक्षकों को समय-समय पर लर्निंग स्किल बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग करवाना जरूरी किया है। एनसीईआरटी हर राज्य में अपने विशेषज्ञों की टीम भेजकर वहां शिक्षकों को स्पेशल ट्रेनिंग करवा रहा है।
हिमाचल में एनसीईआरटी के विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों को एक सप्ताह तक विशेष ट्रेनिंग दी गई थी। ऐसे में अब शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि नवनियुक्त शिक्षकों को भी एनसीईआरटी द्वारा आयोजित ट्रेनिंग अटेंड करवाई जाए, जिससे शिक्षक इस ट्रेनिंग में लर्निंग स्किल सीख सकें। शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला उपनिदेशकों व स्कूलों को इन निर्देशों को गंभीरता से लेने को कहा है और इन शिक्षकों का रिकार्ड पीएमआईएस व सर्विस बुक में मैनटेन करने को कहा है।
साइंस के मेधावियों को फ्री कोचिंग
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 11वीं और 12वीं कक्षा के विज्ञान संकाय के मेधावी छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश में निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। ये कोचिंग एक माह की होगी। पंचकूला एजुकेशनल एसोसिएशन हरियाणा की ओर से मेधावी छात्रों के लिए निशुल्क कोचिंग आयोजित की जाएगी, जिसके लिए दस दिसंबर से पहले स्कूलों को इस कोचिंग में आने वाले छात्रों की जानकारी भेजनी होगी।
निदेशक शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नीति आयोग के विजन डाक्यूमेंट-2030 में टीचर ट्रेनिंग अनिवार्य कर दी है। इसके लिए केंद्र से टीम आकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शिक्षकों ट्रेनिंग देगी। इसके लिए शीघ्र ही तिथियां निधारित की जाएंगी।