धर्म चंद वर्मा। मंडी
हिमाचल घुमंतू पशुपालक महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा से मिला। इस दौरान घुमंतू पशुपालकों की सुरक्षा एवं पशुधन की चोरी रोकने के लिए प्रभावी पुलिस सहायता प्रदान करने हेतु ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान हिमाचल घुमंतू पशुपालक महासभा की प्रदेश सचिव पवना कुमारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा, मंडी, कुल्लू एवं चंबा जिले के लोग मुख्य रूप से कृषि के साथ-साथ पशुपालन से अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं और इन क्षेत्रों में पशुपालन व्यवसाय मुख्य रूप से घुमंतू चराई के ऊपर ही निर्भर है।
उन्होंने कहा कि घुमंतू पशुपालकों को सर्दियों व गर्मियों के दौरान चरागाहों तक पहुंचने के समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जिला मंडी में अकसर हणोगी, पंडोह, झटींगरी, घोघरधार, डायनापार्क, द्रंग, कटिंडी, मैगल, बिजनी, चैलचोक, बग्गी व सरकाघाट आदि स्थानों में पशुधन की चोरी होती है। उस परिस्थिति में अकसर पशुपालकों को जानमाल के खतरे का सामना भी करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल घुमंतू पशुपालक महासभा पुलिस प्रशासन से मांग करता है कि भेड़पालकों द्वारा मौसमी प्रवास के दौरान उपयोग किए जाने वाले मार्गों की पुलिस द्वारा पुष्टि की जाए तथा संबंधित थाने व पुलिस चौकी के प्रभारी द्वारा भेड़पालकों को आवाजाही की सूचना मिलने पर उनके द्वारा अपनाए जाने वाले रास्तों का पता करने के लिए पुलिस कर्मचारी को तैनात किया जाए, जो पुलिस कर्मचारी भेड़पालकों को पुलिस हेल्पलाइन नंबर के बारे में जानकारी देगा और मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान भी करेगा।
उन्होंने कहा कि भेड़पालकों के माल की चोरी की कोई भी सूचना मिलने पर कानून के अनुसार त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वे पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि जिला मंडी के समस्त थाने, पुलिस चौकी और नाकों पर तैनात पुलिस कर्मियों को उचित दिशा-निर्देश जारी करें ताकि घुमंतू पशुपालकों की मौसमी पलायन के समय सुरक्षा सुनिश्चित हो एवं पशुधन की चोरी रोकी जा सके।