धर्म चंद वर्मा। मंडी
द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर ने पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अढ़ाई साल बीतने के बाद भी वह हार के सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए जवाहर ठाकुर ने कहा कि कौल सिंह को पहली बार मंडी जिला से बने मुख्यमंत्री रास नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कौल सिंह ठाकुर अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में न स्वयं मुख्यमंत्री बन पाए और न ही मंडी से किसी को मुख्यमंत्री बनने दिया।
उन्होंने कहा कि कौल सिंह ने 1993 में मंडी से पं. सुखराम को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। कौल सिंह ठाकुर जिस भी बड़े राजनेता के साथ रहे, उसी से विश्वासघात किया। जवाहर ठाकुर ने कहा कि अब जब कौल सिंह ठाकुर राजनीतिक रूप से हाशिये पर हैं, उनके पास न तो कांग्रेस पार्टी में कोई बड़ा ओहदा है और न ही वह सत्ता में हैं, ऐसे में उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ बयानबाजी करने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि कौल सिंह ठाकुर को भ्रष्टाचार पर बोलने को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भ्रष्टाचार के मामले में कौल सिंह सियासत के स्नो हंटर हैं, जिसका मारे गए शिकार पर दूसरों से कहीं ज्यादा अधिकार रहता है। जवाहर ठाकुर ने कहा कि 1977 में पहली बार विधायक बने कौल सिंह ठाकुर क्या थे और आज 40 साल बाद उनके पास कितनी संपत्ति है।
जवाहर ठाकुर ने कौल सिंह ठाकुर को चुनौती दी है कि वह झूठी बयानबाजी करने के बजाय मंडी के सेरी मंच पर सार्वजनिक रूप से उनके साथ बहस करें, वह इसके लिए तैयार हैं।