विजय शर्मा। सुंदरनगर
हिमाचल प्रदेश के मंडी से 2 ऐसे कुश्ती खिलाड़ी हैं, जिनकी सरकार अनदेखी कर रही है। एक कुश्ती खिलाड़ी 5 तो दूसरे खिलाड़ी ने 3 नेशनल पदक जीते हैं जबकि राज्य स्तर पर अनगिनत पदक।
सरकारी बेरुखी के चलते एक खिलाड़ी हाईवे के किनारे अपने पिता के साथ गन्ने का जूस बेच रहा है तो दूसरा मेसन के साथ मजदूरी कर दिहाड़ी लगाने को मजबूर है।
दोनों ही खिलाड़ी ग्रेजुएट और इलेक्ट्रिकल आईटीआई डिप्लोमा होल्डर भी हैं। नौकरी के लिए कई दफा मुख्यमंत्री और खेल मंत्री के साथ खेल विभाग में एक अदद नौकरी के लिए फरियाद लगा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग को नौकरी के लिए आदेश भी पारित किए हैं, लेकिन 2 वर्ष बीत जाने पर भी उन्हें आश्वासनों के सिवा कुछ और हासिल नहीं हुआ है।
सरकार के आश्वासनों के बाद दर-दर भटकने के बाद अब ये दोनों खिलाड़ी थक चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर उनका दर्द समझेंगे और उनकी समस्या का समाधान करेंगे।